देहरादून। वन विभाग की संशोधित नियमावली के अनुसार फॉरेस्ट गार्ड के 1218 पदों की भर्ती करने के लिए कार्मिक विभाग की मंजूरी मिल गई है। अभ्यर्थियों की संख्या के आधार पर प्रदेश की यह अब तक की सबसे बड़ी भर्ती है।
कार्मिक विभाग की मंजूरी के बाद अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भी लिखित परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। पिछले करीब दो साल से आवेदन करने वाले 1.56 लाख अभ्यर्थी भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। विभिन्न विभागों में 24 हजार रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया में सुस्ती पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की फटकार का असर दिखाई देने लगा है।
कार्मिक विभाग ने वन विभाग की संशोधित नियमावली के आधार पर फॉरेस्ट गार्डों की भर्ती करने की अनुमति अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को दी है। समूह ‘ग’ श्रेणी में यह प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती है। लेकिन इन पदों की भर्ती में कई तरह की रुकावटें भी सामने आई।
1.56 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था
वर्ष 2017 में चयन आयोग ने विज्ञप्ति जारी कर आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी। कुछ ही दिनों के बाद आयु सीमा को लेकर सरकार ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। आयु सीमा 24 वर्ष से बढ़ा कर 28 वर्ष कर दोबारा आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई। जिसमें प्रदेश भर से 1.56 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया।
इसके बाद शारीरिक टेस्ट को लेकर भर्ती लटकी रही। वन विभाग ने नियमावली में संशोधन कर शारीरिक टेस्ट से पहले लिखित परीक्षा कराने और फिजिकल के लिए निर्धारित मानकों में बदलाव किया। लेकिन कार्मिक विभाग की भर्ती नियमावली में शारीरिक परीक्षा पहले कराने का प्रावधान होने से चयन आयोग ने शासन से अनुमति मांगी थी। कार्मिक विभाग ने वन विभाग की नियमावली के अनुसार भर्ती कराने की मंजूरी दे दी है।
30 प्रतिशत पद महिला अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में 30 प्रतिशत पद महिला अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं। लिखित परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों का शारीरिक टेस्ट लिया जाएगा। जिसमें पुरूष अभ्यर्थियों को 25 किमी. दौड़ और महिला अभ्यर्थियों के लिए 14 किमी. दौड़ निर्धारित की गई है।
वन विभाग की नियमावली के आधार पर फॉरेस्ट गार्ड पदों की भर्ती करने के लिए शासन से अनुमति मिल गई है। आयोग ने लिखित परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश भर में परीक्षा सेंटर चिन्हित किए जा रहे हैं। प्रदेश की यह अब तक की सबसे बड़ी भर्ती है।
– संतोष बडोनी, सचिव, चयन आयोग