देहरादून। संवाददाता। शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डे ने स्कूली बच्चों से अग्रंेजी के सही जवाब सुनकर अध्यापिका को शाबासी दे डाली। बता दे कि मंत्री सरकारी स्कूलों मे इन दिनों औचक निरक्षण कर रहे हैं। साथ ही स्कूलों की शिक्षा प्रणाली की पड़ताल भी गहनता से करने में जुटे हैं।
स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता जांचने निकले शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे बदले-बदले दिखाई दिए। पहले दिन गलत सवाल पूछ अपनी फजीहत कराने के बाद उनका रुख एकदम अलग था। तेवर अब तल्ख नहीं थे, बल्कि वह बच्चों के जवाब सुनकर गदगद हुए जा रहे थे। शिक्षकों की भी उन्होंने खूब तारीफ की। साथी ही शिक्षिका के सिर पर हाथ रखकर उन्हें शाबाशी भी दी।
प्रदेश के राजकीय विद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे स्कूलों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं। मंत्री ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय धूलकोट (सहसपुर) का निरीक्षण किया। विद्यालय में छात्र-छात्राओं को हाजिर जवाब देखकर वह काफी खुश हो गए। प्राइमरी स्कूल की छात्रा मानसी, शिवानी और छात्र गिरीश की सुंदर लेखनी की मंत्री ने प्रशंसा की। शिक्षा मंत्री के निर्देश पर तैयार किए गए अंग्रेजी के 75 वाक्यों का भी बच्चों को अभ्यास कराया गया था। अंग्रेजी में बच्चों के जवाब सुनकर वह गदगद नजर आए।
उन्होंने शिक्षिका रेखा रौथाण के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने शिक्षिका के सिर पर हाथ रखकर उन्हें शाबाशी दी। मंत्री ने कहा कि प्रदेश को ऐसे मेहनती शिक्षक चाहिए, जो बच्चों का भविष्य संवारने में जुटे हैं।
इधर, राजकीय इंटर कॉलेज सेलाकुई में आयोजित स्वच्छता पखवाड़े के दौरान राष्ट्रपति व शैलेश मटियानी पुरस्कार प्राप्त शिक्षक-शिक्षिकाओं को सम्मानित करते उन्होंने कहा कि एक शिक्षिका व मंत्री का भाई-बहन का रिश्ता है। इसी नाते शिक्षिकाओं को सम्मानित कर रहा हूं। भाई बहन का रिश्ता बरकरार रहना चाहिए।