न्याय के लिए दून पुलिस और महिला जज हुई आमने-सामने

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देहरादून। संवाददाता। कहते हैं कानून अंधा होता है। वो सबूत और गवाहों के बूते निर्णय करता है। इसी को आधार मानते हुए कानून को अंधा कहा गया है। मगर दून पुलिस कर्मी को यूपी उन्नाव की महिला जज द्वारा थप्पड़ रशीद किए जाने का मामला सामने आने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। सीओं सिटी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि साक्ष्य लेकर दून से यूपी हाईकोर्ट के लिए पुलिस टीम को रवाना कर दिया गया है। कोर्ट के आदेश के बाद ही मामलें में आगे की कार्यवाही की जाएगी।

बता दे कि कानून सबके लिए बराबर होता है। हां ये जरूर है कि वक्त और हालातों के हिसाब से सजा कुछ कम हो सकती है। मगर दून पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार करने वाली महिला जज के खिलाफ पुलिस चाह कर भी मुकदमा दर्ज नहीं कर सकी है। जबकी जज के खिलाफ सभी सबूत पुलिस के पास है।

साथ ही वो विडियों जिसमें पुलिस कर्मी को जज द्वारा थप्पड़ रशीद किया जा रहा है, पूरे शहर में वाॅयरल हो चुका है। यदि ऐसे में जज के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होता है, तो पुलिस के साथ ही ये शहर और कानून के लिए शर्मसार कर देने वाली बात होगी। जिससें आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को बढ़ावा मिलना लाजमिय होगा। देखना दिलचिस्प होगा न्याय की कुर्सी पर बैठने वाले देवता के खिलाफ अंधा कानून किस कदर न्याय की कसौटी पर खरा उतरेगा।

 

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