देहरादून। संवाददाता। अखिल भारतीय आम हड़ताल के दूसरे दिन उत्तरांचल बैंक एम्प्लाइज यूनियन व ग्रामीण बैंक के सदस्य एश्ले हॉल स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा के सामने एकत्रित होकर केंद्रीय सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाज़ी की।
मंगलवार की तरह बुधवार को भी अधिकतर बैंक काम मंदा रहा। बैंक कर्मियों ने सरकार को बैंको के आपसी विलय न करने के खिलाफ हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रखी। बैंकिंग सुधारो के नाम पर शाखा बंदी आउट सोर्सिंग के माध्यम से काम करवाना बैंको के आपसी विलय के बाद बड़े पैमाने पर भारी संख्या में कर्मचारियां द्वारा उत्पीड़न के डर से सेवनिर्विती बड़े पैमाने पर ट्रांसफर होना जिसका न जानता और न बैंक कर्मियों को कोई लाभ हो रहा है।
बैंक एम्पलाइज यूनियन के सयोजक जगमोहन मेंदीरत्ता ने कहा कि बैंकों में कम वेतन पाने वाले कर्मचारी हैं। जबकी सेवनिर्विती के बाद मेडिकल की सुविधा भी नहीं मिलती है।
काम सबसे जोखिम भरा है, ऐसे में कर्मचारियो में रोष होना स्वभाविक है। संघटन के लोग इस सम्बंध में वित्तमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक से मिलकर समस्या से अवगत करा चुके है, मगर सरकार कि तरफ से झूठे आश्वासन मिल रहे हैं। जिस वजह से दो दिनों कि हड़ताल करनी पड़ी है।प्रदर्शन के बाद सभी साथी जुलूस के साथ गांधी पार्क में पहुंचे। जहां अन्य संघटनो के साथ मिलकर जुलूस घंटाघर होते हुए पोस्ट आफिस के हड़ताली कर्मचारियो के साथ सभा कर समापन किया गया। इस मौके पर रघबीर बिष्ट ग्रामीण बैंक अनिल जैन, सीके जोशी, विनय शर्मा, एलएम बडोनी, आरके गैरोला, डीएन उनियाल, इंदर सिंह, एसएस रजवार, उमेश छेत्री, नवीन कुमार, बीके ओझा, सराज कमल, कुलदीप सिंह, परमानंद, एजीएस नचइमन, कॉम समर भंडारी, वीरेंद्र भंडारी आदि शामिल थे।