देहरादून। संवाददाता। 2019 के चुनावों से पहले उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओ में आपसी खींचतान शुरू हो गयी है अभी कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड कांग्रेस में एक बड़े कारोबारी व पूर्व में श्रीनगर विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार रहे मोहन काला को प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल किया गया,जिनको पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार माना जा रहा था पर श्रीनगर से पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को ये बात नागवार गुजरी जिससे उन्होंने अपनी ही नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है आपको बता दे कि गणेश गोदियाल श्रीनगर विधानसभा में अच्छा खाशा दबदबा रखते हैं और इससे पूर्व वो दो बार यहां से विधायक भी चुने गए हैं जिसमे एक बार वो पूर्व भाजपा मुख्यमंत्री निसंक को भी पटखनी दे चुके हैं।अभी कुछ समय पहले वो राहुल गांधी से मिलकर पौड़ी लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी भी जता चुके हैं ऐसे में कारोबारी मोहन काला का कांग्रेस में शामिल होना और उनके नाम का चर्चाओं में आना ही कांग्रेस में कलह का कारण बन गया।
उत्तराखंड कांग्रेस में एक बार फिर खटास देखी जा रही है। कारोबारी मोहन काला के कांग्रेस में शामिल होने से नाराज पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष के ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बड़े दिनों के बाद चली गुटबाजी आज मीडिया के सामने खुलकर सामने आई। जब गणेश गोदियाल ने अपना दर्द बयां किया।
पूर्व विधायक और केदार समिति के अध्यक्ष रह चुके गणेश गोदियाल अपनी ही पार्टी के खिलाफ खड़े हो गए हैं। मीडिया से रूबरू होते हुए गणेश गोदियाल ने यहां तक कह दिया कि इंदिरा ह्देश को अपनी स्तीफा दे देना चाहिए। विपक्ष में रहते हुए भी वो भाजपा अपने निजी स्वार्थ के लिए सहायता मांगती है। वहीं उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है। लेकिन पार्टी द्वारा दरकिनार किया जा रहा है।