देहरादून। संवाददाता। एक महिला डॉक्टर के घर से 10 साल की बच्ची को बरामद किया गया है। मानव तस्करी से जोड़कर इस मामले की जांच की जा रही है। आरोपी डॉक्टर शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में कार्यरत हैं। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी और बाल कल्याण समिति के सुधीर भट्ट मौके पर मौजूद रहे। मामले की एफआईआर कोतवाली पल्टन बाजार में लिखी गई है।
बचपन बचाओ आंदोलन के सुरेश उनियाल, चाइल्ड लाइन की दीपा और ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम कोतवाली में मौजूद है। मामलें में शहर कोतवाल एसएस नेगी ने बताया कि बच्ची 11 साल की है। जो पिछले कुछ दिनों से रेसकोर्स निवासी डाॅ पल्लवी के घर में साफ-सफाई का काम करती है। बच्ची मूल रूप से लखीपुर खीरी यूपी के बताई जा रही है। मामलें में हर पहलू को देखते हुए जांच की जा रही है। अब बच्ची को बाल निकेतन भेज दिया गया है। 15 दिनों से बच्ची डॉक्टर के घर में रह रही थी। घर का काम करवाने के लिए मासूम को लेकर आये थे। पुलिस ने महिला डाॅक्टर के खिलाफ संलिप्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।