देहरादून। संवाददाता। अल्टीमेट हिमालयन एम. टी. बी. चैलेंज 2019 के प्रतिभागियों का दल आज अल्मोड़ा से चलकर कौसानी पहुंचा. अल्मोड़ा में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदोरिया तथा जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चैबे द्वारा रैली को फ्लैग ऑफ किया गया. ईरान के परवीज मर्दीना ने लगातार दूसरे दिन भी अपना पहला स्थान बरकरार रखा. उन्होंने 80 किलोमीटर की दूरी 2 घंटे 48 मिनट और 18 सेकंड में तय करते हुए सबसे पहले फिनिशिंग लाइन को पार किया. महिला वर्ग में सिंगापुर की फैंग यी लिन 3 घंटे 19 मिनट 58 सेकंड का समय लेकर सबसे पहले पहुंचने वाली राइडर रहीं
पुरुष वर्ग में आज जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली. भारतीय राइडर्स ने विदेशी राइडर्स को कड़ी चुनौती दी. हिमाचल प्रदेश के शिवेन ने 2 घंटे 48 मिनट 46 सेकंड का समय निकालकर दूसरा स्थान प्राप्त किया. इंडोनेशिया के जैनल फैनानी शिवेन से मात्र सेकंड के 10 वें भाग के अंतर से पीछे रहे. यह दोनों राइडर पहला स्थान प्राप्त करने वाले राइडर से महज 28 सेकंड पीछे रहे. राइडर्स के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा का आलम यह था कि पहले 6 राइडर्स के बीच महज 49 सेकंड से भी कम समय का अंतर रहा. महिला वर्ग में इंडोनेशिया की नोवियाना तथा नेपाल की लक्ष्मी मगर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं. उत्तराखंड के प्रतिभागियों में रजत पांडे सर्वश्रेष्ठ रहे जिन्होंने 2 घंटे 50 मिनट 17 सेकंड में रेस पूरी की. रमेश भारती और विकास दुर्गापाल स्थानीय संवर्ग में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
प्रतियोगिता में 20 से अधिक अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्ट द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है. राज्य के साहसिक पर्यटन के भविष्य के दृष्टिकोण से यह एक अत्यंत सकारात्मक तथ्य है. हाल के वर्षों में उत्तराखंड साहसिक पर्यटन के महत्वपूर्ण वैश्विक गंतव्यों में अपना स्थान बनाने में कामयाब हुआ है. पर्यटन विभाग द्वारा इस आयोजन के माध्यम से राज्य को साहसिक पर्यटन के वैश्विक मंच पर और अधिक मजबूती से स्थापित करने की योजना है. उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों का नैसर्गिक सौंदर्य और पर्वतीय भौगोलिकी इसे साहसिक खेलों के आदर्श गंतव्यों में एक विशिष्ट स्थान प्रदान करती है. इस प्रकार के आयोजनों को सफलतापूर्वक किए जाने से अंतर्राष्ट्रीय पटल पर एक एडवेंचर हब के रूप में राज्य को अधिक प्रसिद्धि प्राप्त होगी।
आज सुबह अल्मोड़ा से निकल कर साइकिल सवारों का यह दल कोसी, गोविंदपुर, धौला घाट, बग्वालीपोखर, सोमेश्वर के रास्ते कौसानी की फिनिशिंग पॉइंट पर पहुंचा, जहां बागेश्वर के जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति चंद्र आर्य एवं उनकी टीम के द्वारा विजेता प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. मार्ग में प्रतिभागियों की सहायता एवं निर्देशन के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तथा पीआरडी जवान मौजूद रहे. इसके अतिरिक्त स्थानीय स्वयं सेवकों तथा स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा जगह-जगह पर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया गया. मार्ग में निश्चित दूरी पर लगाए गए न्यूट्रिशन प्वाइंट्स पर प्रतिभागियों को पेयजल, एनर्जी ड्रिंक और सूक्ष्म जलपान उपलब्ध कराया गया।
प्रतियोगिता का शुभंकर श्बर्फीश् छात्र-छात्राओं एवं छोटे बच्चों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र रहा. हिमालय की पहाड़ी क्षेत्र में आयोजित हो रही प्रतियोगिता के शुभंकर का नामकरण हिम तेंदुए के नाम पर किया गया है. बर्फीले क्षेत्रों में पाए जाने वाले इस तेंदुए के नाम पर शुभंकर का नाम (बर्फ से) श्बर्फीश् रखा गया है।
रात्रि भोज के पहले प्रतिभागियों की मनोरंजन के लिए स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई. कुमाऊं मंडल विकास निगम के पर्यटक आवास गृह के प्रांगण में प्रतिभागियों ने रंगारंग कार्यक्रमों का भरपूर लुत्फ उठाया।