देहरादून। संवाददाता। अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुरूप पूर्व सीएम एंव कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने टिहरी श्रीकोट दलित युवक हत्याकांड के विरोध में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने एक घंटे का मौन उपवास किया और इसे प्रायश्चित का नाम दिया।
मौन की समाप्ति के बाद उन्होने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में इस तरह की घटनाएं चिंतनीय व निंदनीय है। उन्होने इस घटना को एक सामाजिक अपराध बताते हुए कहा कि यह हमारी सामाजिक सोच का सवाल है। समाज में इस तरह की ऊंच नीच की सोच के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होने कहा कि इस घटना से उनका मन बहुत विचलित हुआ है। उन्होने कहा कि जिस परिवार के साथ यह घटित हुआ है वह गहरे दुख में है तथा हम सभी को परिवार की मदद करनी चाहिए। उन्होने कहा कि वह सरकार और मुख्यमंत्री से भी कहेंगे कि वह आचार संहिता से ऊपर उठकर पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद करे। यह मानवता का तकाजा है।
उन्होने साफ कहा कि यह कोई राजनीति का मुद्दा और विषय नहीं है। कानून दोषियों को सजा देगा और अपना काम करेगा। लेकिन पीड़ित परिवार को तत्काल मदद की जरूरत है इसलिए सरकार को पीड़ित परिवार की मदद करनी चाहिए। उन्होने कहा कि ईश्वर परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे ऐसी मेरी प्रार्थना है। इस अवसर पर अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता उनके साथ थे। मौन प्रायश्चित 10 बजे शुरू होकर 11 बजे तक चला।