देहरादून। संवाददाता। जिनके हौसले बुलंद होते हैं, वो ही मुकाम पाते हैं।यह पंक्तियां ऋषिकेश के व्योम गुप्ता पर सटीक बैठती हैं। परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति के बावजूद व्योम गुप्ता ने जेईई परीक्षा पास कर देश के प्रतिष्ठित संस्थान आइआइटी दिल्ली में कैमिकल इंजीनियरिंग में दाखिला पाया है।
होनहार व्योम ने बचपन से ही अपना लक्ष्य अटल और निश्चय दृढ़ कर दिया था। यही वजह रही कि परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति कभी व्योम के आगे बाधा नहीं बन पाई। पिछले डेढ़ दशक से रेलवे रोड पर सड़क किनारे चाय की ठेली लगाने वाले संजय गुप्ता का सीना आज बेटे व्योम की उपलब्धि पर चौड़ा हो गया।
हो भी क्यों नहीं आखिर एक चाय वाले के बेटे ने देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान आइआइटी में अपनी कठिन लगन और परिश्रम के बूते प्रवेश जो पाया है। दो भाइयों में सबसे बड़े व्योम गुप्ता पढ़ाई में बचपन से ही होशियार रहे। हाईस्कूल परीक्षा में व्योम ने 94 प्रतिशत अंक प्राप्त कर ऋषिकेश पब्लिक स्कूल में टॉप कर अपने बुलंद होंसले का परिचय दे दिया था।
वर्ष 2018 में व्योम इंटरमीडिएट परीक्षा में 97.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर सिटी टॉपर बने थे। व्योम को चयन गत वर्ष ही इंजीनियरिंग के लिए एनआइटी जयपुर में हो गया था, उन्होंने यहां इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश भी ले लिया था। मगर, व्योम की मंजिल तो कुछ और ही थी। व्योम गुप्ता ने आइआइटी के लिए अपनी तैयार जारी रखी। इस वर्ष व्योम ने जेईई एडवांस में 2045 रैंक व मेंस में 4642 रैंक हासिल कर आखिर आइआइटी में प्रवेश पा ही लिया। व्योम ने आइआइटी दिल्ली में कैमिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया है। तीन जुलाई को व्योम दिल्ली के लिए रवाना होंगे।