देहरादून। संवाददाता। भले ही सरकार बनने से लेकर आज तक त्रिवेन्द्र सरकार में दो कैबिनेट मंत्री पद खाली पड़े हो और मुख्यमंत्री खुद दर्जन भर के करीब विभागों का काम काज का बोझ ढो रहे हो लेकिन वह एक बार फिर अपने मंत्रियों के काम काज की समीक्षा करने जा रहे है।
मुख्यमंत्री द्वारा दी गयी जानकारी के आधार पर मंत्रियों की कार्य समीक्षा का यह काम 1 अगस्त से 8 अगस्त तक किया जायेगा। उनका कहना है कि वैसे तो उनके सहयोगी सभी मंत्री काफी अनुभवी है लेकिन फिर भी इस बात की समीक्षा जरूरी है कि किस विभाग द्वारा उसको मिले कार्यो को किया जा रहा है। उनका कहना है कि विभागों द्वारा योजनाओं का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाता है। सरकार जरूरत के अनुरूप सभी विभागों को धन जारी कर देती है तब यह देखा जाना भी जरूरी है कि जिन योजनाओं के लिए धन दिया गया है वह सही जगह खर्च हो भी रहा है या नहीं। किस विभाग की किस योजना का कार्य प्रगति क्या है? इसकी समीक्षा जरूरी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा अपने मंत्रियों के काम काज की तीसरी बार समीक्षा की जा रही है पूर्व समय में समीक्षा के आधार पर उन्होने कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी किया था। संभावना है कि वह उन कई मंत्रियों के विभागों में फिर फेरबदल कर सकते है। जिनके काम से वह संतुष्ट नहीं होगें। समीक्षा बैठक में मत्रियों के साथ संम्बन्धित विभाग के अधिकारियों का उपस्थित रहना भी अनिवार्य होगा।