डहेलिया बैंक के बाद मसूरी की दूसरी नामी कोठी पर चला कैंट बोर्ड डंडा

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देहरादून। संवाददाता। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के दोस्त संजय नारंग की डहेलिया बैंक कोठी के बाद अब एक दूसरी कोठी होली माउंट पर सरकारी बुलडोजर चला है। यह कोठी दिल्ली के एक बड़े बिजनेसमैन के नाम है।

 

छावनी परिषद लंढौर क्षेत्र में बिजनेसमैन राजवीर हांडा की हॉली माउंट के नाम से कोठी है। आरोप है कि तीन हजार वर्ग फीट में फैली यह कोठी कैंट बोर्ड की अनुमति के बिना बनाई गई।

 

1995 से यह मामला कोर्ट में चल रहा था। सीईओ जाकिर हुसैन के आने के बाद इस मामले में सुनवाई तेजी से हुई।पिछले माह हाईकोर्ट ने कैंट बोर्ड के पक्ष में फैसला सुनाया था। इसके बाद कैंट बोर्ड ने राजवीर हांडा को नोटिस जारी कर कोठी खाली करने को कहा

 

इस बीच राजवीर हांडा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि उनके द्वारा जो निर्माण कार्य किया गया है, उसे ध्वस्त न किया जाए। प्रार्थन पत्र को स्वीकार कर कम्पाउन्डिंग की अनुमति की मांग की थी।

 

हाईकोर्ट ने इस याचिका को भी खारिज कर दिया है। ऐसे में कैंट बोर्ड ने अब होली माउंट को तोड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी।

 

कार्रवाई में किसी भी तरह का विरोध नहीं हुआ। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही में दो जेसीबी के साथ ही 30 मजदूर लगाये गये हैं। वहीं सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया है। सेना के अधिकारी और जवान पर मौके पर मौजूद हैं।

 

सीईओ जाकीर हुसैन ने बताया माउंट काटेज के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही दोपहर सवा 12 पर शुरू की गयी जो शाम पांच बजे तक चली। कोठी के ध्वस्तीकरण में दो दिन का समय लगेगा।

 

बताया कि शुक्रवार को राजीव हांडा द्वारा उक्त मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की गयी, जिसे कोर्ट ने मंजूर नहीं किया। छावनी परिषद के अधिवक्ता ने देहरादून हैड क्वाटर को फैक्स भेजा, जिसके बाद होली माउंट काटेज को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई।

 

होली माउंट के बारे में_बिजनेसमैन राजवीर हांडा ने 1995 में लंढैार छावनी परिषद निवासी सत्यप्रकाश से एक जमीन खरीदी थी। आरोप है कि इसके बाद राजवीर हांडा ने कैंट बोर्ड की अनुमति के बिना अवैध निर्माण करते हुए तीन हजार

 

वर्ग फीट में एक कोठी तैयार कर दी। वर्ष 2016 में उक्त प्रापर्टी को राजवीर हांडा ने दिल्ली निवासी एक निजी बैंक के चेयरमैन को बेच दी। विवादित होली माउंट का अभीतक दाखिल खारिज नहीं हुआ है। यही वजह है कि अभी भी इस पूरे प्रकरण में हांडा को ही नोटिस जारी किया जाता है।

 

लंढौर कैंट में कई आलीशान कोठियां होंगी जमींदोज
मसूरी। कैंट बोर्ड लंढौर ने डहेलिया बैंक एवं होली माउंट पर कार्रवाई के बाद कुछ अन्य अवैध कब्जाधारियों को चिह्नित किया है। चिह्नित अवैध निर्माण पर बहुत जल्द कैंट बोर्ड की जेसीबी चलेगी। कैंट बोर्ड ने इन कोठियों को तोड़ने की

 

तैयारी शुरू कर दी है। कैंट बोर्ड के सीईओ जाकिर हुसैन ने बताया कि कैंट बोर्ड लंढौर क्षेत्र में सेंट असफ काटेज के नाम से एक कोठी है। जिसको गाजियाबाद निवासी उत्तम सुगर के मालिक राजकुमार अदलखा ने उक्त प्रोपटी को नानू भाई

 

अमीन निवासी गुजरात बड़ोदा से खरीदी थी। यह कोठी 370 वर्ग फीट में है। सेंट असफ काटेज का निर्माण भी बोर्ड की अनुमति के बिना किया गया है। इसके अलावा कई अन्य कोठियों की जांच पड़ताल की जा रही है।

 

बहुत जल्द इन कोठियों पर कार्यवाही होगी। लंढौर छावनी परिषद स्थित सेंट असफ प्रॉपटी का ध्वस्तीकरण भी कैंट बोर्ड की ओर से बहुत जल्द किया जायेगा। इसके ध्वस्तीकरण की तैयारियां की जा रही हैं। इसके अलावा कुछ और अवैध निर्माणों की जांच पड़ताल अभी चल रही है।

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