देहरादून। संवाददाता। सूबें के औघोगिक उत्पादन में बढ़ोत्तरी और मंदी के दौर के कारण हो रहे औघोगिक पलायन को रोकने के मद्देनजर आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा कार्पोरेट टैक्स में बड़ी कटौती की घोषणा की गयी है तथा रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद जताई गयी है।
अपने आवास पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा सरकार के इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा गया कि राज्य कार्पोरेट टैक्स की सीमा 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत की गयी है। उन्होने कहा कि देश में कार्पोरेट टैक्स 30 से 25 फीसदी के बीच है साथ ही उन्होने कहा कि 1 अक्टूबर के बाद सूबे में लगने वाले उघोगों के लिए कार्पोरेट टैक्स की सीमा सिर्फ 15 फीसदी ही रखी गयी है जो चीन से भी एक फीसदी कम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो उघोग सरकारी योजना का लाभ लेगें उनके लिए कार्पोरेट टैक्स की सीमा 16 फीसदी होगी।
उन्होने कहा कि कार्पोरेट टैक्स में कटौती के इस निर्णय से राज्य में नये उघोगों के आने की सम्भावनाओं के साथकृसाथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें साथ ही पहाड़ों से हो रहे पलायन को भी रोकने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि इस वैश्विक मंदी के दौर से उबरने के लिए अभी 5 दिन पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा अनेक घोषणाएं की गयी थी। जिनका तुरन्त प्रभाव शेयर बाजार में भारी उछाल के रूप में हमने देखा था। उन्होने कहा कि विश्व राष्ट्रो के बीच इन दिनों जो ट्रेड वार चल रहा है उनसे निपटने के लिए भारत को भी सबके साथ चलना पड़ेंगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा 27कृ28 सितम्बर को हरिद्वार में एक औघोगिक सेमीनार का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य औघोगिक निवेश को बढ़ाना है।