देहरादून। संवाददाता। पुलिस स्मृति परेड’ के अवसर पर पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक पर आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा शहीद स्मारक पर पुलिस एंव अर्द्धसैनिक बलों के शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों के शहीद जवानों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस के कांस्टेबल से निरीक्षक तक के पुलिस कर्मियों की वर्दी धुलाई भत्ता 150 से बढ़ाकर 200 रूपये कर दिया गया साथ ही उन्होने पुलिस विभाग में कार्यरत अश्ांकालिक स्वच्छकों का मानदेय बढ़ाकर ढाई हजार रूपये कर दिया गया। विचाराधीन बंधियो के भोजन के लिए दी जाने वाली धनराशी को भी 45 रूपये से बढ़ाकर 100 रूपये करने की घोषणा की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाये रखने की जिम्मेदारी राज्य पुलिस व अर्धसैनिक बलों की होती है। इन कार्यो को करते हुए इन जवानों को अपने प्राणों की आहुति भी देनी पड़ती है। उन्होने बताया कि विगत एक वर्ष के दौरान देश में विभिन्न राज्यों की पुलिस व अर्धसैनिक बलों के 292 जवानों को अपनी शहादत देनी पड़ी। उन्होने इन शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त की। इन शहीदों में उत्तराखण्ड पुलिस का एक जवान योगराज सिंह भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य भौगोलिक व सामरिक दृष्टि से संवेदनशील व महत्वपूर्ण राज्य है। उन्होने कहा कि राज्य पुलिस के समक्ष अनेक चुनौतियां भी है जिनमें चारधाम यात्रा, आपदा व आने वाले महाकुंभ का आयोजन विशेष रूप से है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस हर चुनौती का सामना करने में सक्षम है। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, सुबोध उनियाल, विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान, अनिता मंमगाई, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक अनिल के रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।