आदिबदरी। भगवान आदिबदरी मंदिर के कपाट 16 दिसंबर को शाम 7.30 बजे बंद होंगे। इस दौरान मंदिर समिति की ओर से सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। रविवार को मंदिर के संस्थापक सदस्य नरेंद्र चाकर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आदिबदरी मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि निकाली गई।
निर्णय लिया गया कि कपाट बंद होने के दौरान समारोह पर नियमित पूजा-अर्चना के बाद बदरीश कीर्तन मंडली के भजन-कीर्तन, लोकनृत्य व लोकगीत, महिला मंगल दलों की प्रस्तुति होगी। शाम को सात बजे भगवान आदिबदरी की आरती होगी।
इसके बाद आदिबदरी नाथ को सामूहिक भोग, निर्वाण दर्शन व घृत कंबल की प्रक्रिया होगी और शाम 7ः30 बजे एक माह के लिए भगवान आदिबदरी नाथ जी के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
एक महीने बाद मकर संक्रांति पर्व पर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस मौके पर नरेश बरमोला, विजय चमोला, बृजेश कुंवर, नंदा पंवार, नंदा नेगी, बलवंत नेगी, नवीन बहुगुणा, भोपाल बिष्ट, हिमेंद्र कुंवर, बलवंत भंडारी, कुंवर कठैत और गैणां सिंह मौजूद थे।