आरटीआई कार्यकर्ता पंकज लांबा की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से हुई मौत की गुत्थी अब कॉल डिटेल से सुलझने की संभावना है। लांबा को साजिशन किशोरियों के घर तक ले जाया गया या नहीं, पुलिस ने लांबा और आरोपियों के मोबाइल के अलावा किशोरी की सीडीआर निकाल ली है। पुलिस मोबाइल कॉल के आधार पर जांच में जुटी गई है। पंकज लांबा आरटीआई कार्यकर्ता थे। उनकी आरटीआई से ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्रवृत्ति का करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ। घोटाले में अब तक करीब 156 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। मुकदमों में 99 गिरफ्तारियां हुई हैं।
शुक्रवार देर रात पंकज लांबा की उन्हीं की लाइसेंसी राइफल से गोली लगने से मौत हो गई। राइफल की मैगजीन निकालकर लांबा ने नाबालिगकिशोरी को दी। किशोरी से ट्रिगर दबने से चैंबर में फंसी गोली लांबा को लग गई। इससे उनकी मौत हो गई।लांबा की पत्नी ज्योति ने कासिम और मानव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है, जबकि अन्य अज्ञात लोग भी मुकदमे में शामिल किए हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद लांबा, कासिम, मानव और किशोरी के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाल ली है।रानीपुर कोतवाली निरीक्षक योगेश देव ने बताया कि चारों के मोबाइल की कॉल डिटेल आ चुकी है। सभी नंबरों पर बात की जा रही है। कई नंबर बंद आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लांबा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी अभी नहीं आई