ऋषिकेश। तीर्थनगरी तथा आसपास क्षेत्रों में होली पर्व के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान सामाजिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों तथा जनप्रतिनिधियों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर भाईचारे का संदेश दिया।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि रंगों का त्योहार होली आपसी प्रेम एवं भाईचारे का प्रतीक है, हमें खुशनुमा माहौल में समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर इस त्यौहार को मनाना चाहिए। साथ ही लोगो के बीच हास्य व्यंजनों की भी धूम छाई रही। श्यामपुर में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम पर फूलों की होली के साथ ही एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी गईं।
अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि के चारधाम व पतित पावनी गंगा और हिमालय पर्वत इस प्रदेश के गौरव हैं। इसके संरक्षण को आगे बढ़ाने के लिए हमें लगातार प्रयास करने होंगे। वहीं, नगर निगम में होली मिलन महोत्सव का आयोजन किया गया। निगम की मेयर अनिता ममगाईं, नगर आयुक्त चतर सिंह सहित सभी पार्षद उपस्थित रहे। इस दौरान सभी लोगों ने एक दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। मेयर अनिता ममगाईं ने कहा कि होली का पर्व उल्लास व रंगों का पर्व है, यह पर्व हमें आपस में भाईचारा बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने होली पर चाइनीज रंगों से दूर रहने का आह्वान किया।
उधर, निशुल्क शिक्षण स्थान उड़ान में स्कूली बच्चों को हिरण्य कश्यप व प्रहलाद की पौराणिक कथा की जानकारी दी गई। स्कूल निदेशक राजे नेगी ने बताया कि आमतौर से बाजार में उपलब्ध रंग रसायनिक पदार्थों कांच, क्रोमियम आयोडाइड, लेड ऑक्साइड, कॉपर सल्फेट, एल्युमिनियम ब्रोमाइड युक्त पदार्थों से बने होते हैं। इसका असर सीधे हमारी त्वचा, आंखों, सांस और किडनी पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमें प्राकृतिक रंगों का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टेसू व गेंदे के फूल सुखाकर और फिर उनको उबालकर पीला रंग, चुकंदर से लाल रंग, पालक के पत्ते से हरा रंग, हल्दी चंदन से पीला रंग बनाकर होली खेली जा सकती है। इस अवसर पर विनोद जुगलान, उत्तम असवाल, रमेश लिंगवाल, मयंक भट्ट, प्रिया क्षेत्री, शीतल नेगी, मीनाक्षी राना आदि मौजूद थे।