हरिद्वार। भारत माता मंदिर के संस्थापक एवं पूर्व शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज का श्रद्वांजलि समारोह और षोड़शी उत्तरी हरिद्वार स्थित सप्तऋषि आश्रम के मैदान में आयोजित हो रही है। इसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई राज्यों के राज्यपाल, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, बाबा रामदेव समेत बड़ी संख्या में संत पहुंचे हैं।
इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संदेश भी पढ़ा गया। उसमें लिखा है कि ‘स्वामी सत्यमित्रानंद जी के देहावसान के बारे में जानकर मुझे अत्यंत दुख हुआ। स्वामी के साथ मेरा वर्षों से संबंध रहा। उन्हें देश की कोटि-कोटि जनता के कल्याण की चिंता रहती थी और वह राष्ट्र सेवा में हमेशा मगन रहे। उन्होंने देश की अखंडता के लिए अनेक संस्थाओं की स्थापना की और विभिन्न संगठनों को साथ लेकर काम किया।’
इस दौरान बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, गोवा की राज्यपाल मृदुला सिंहा, मेघालय के राज्यपाल तथागत राय, सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद, झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा भूपेंद्र हुड्डा, कथावाचक रमेश भाई ओझा, डॉ प्रणव पंड्या, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गिरि महाराज, महामंत्री श्री महंत हरिगिरि महाराज सहित बड़ी संख्या में संत शामिल हुए हैं।
बता दें कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज का निधन विगत 25 जून को हो गया था। उनकी पार्थिव देह को हरिपुर कलां स्थित उनके भारत माता मंदिर जनहित ट्रस्ट राघव कुटीर परिसर में भू समाधि दी गई थी। संत परंपरा के अनुसार 16 दिन बाद षोड़शी समारोह का आयोजन किया जाता है। स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि के शिष्य जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने बताया की षोड़शी समारोह के लिए परंपरा अनुसार सभी तैयारियां की गई है।