हल्द्वानी। संवाददाता। मतदान का जायजा लेने अपने चुनाव क्षेत्र में निकले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कई मतदान केन्द्रो पर मशीनों की खराबी के कारण होने वाले विलम्ब से खिन्न दिखे तथा वोटिंग प्रोसेसिंग की धीमी गति पर भी उन्होने सवाल उठाये। नैनीताल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत का कहना है कि वह मतदान की स्थिति का जायजा लेने घर से निकले थे। उन्होने कहा कि अब तक वह 40,42 मतदान केन्द्रो पर जा चुके है जिनमें से 10,12 मतदान केन्द्रो पर ईवीएम खराब होने की बात सामने आ चुकी है उनका कहना था कि मशीनों के खराब होने के कारण लोगों को घंटो लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है।
उन्होने कहा कि मतदान प्रक्रिया बहुत धीमी गति से चल रही है लोगों को घंटो इंतजार करना पड़ रहा है तब जाकर वह वोट डाल पा रहे है। उन्होने कहा कि वोट कास्टिंग, प्रोसेसिंग की गति यही रही तो रात के 11 बजे तक भी मतदाता अपना वोट नहीं डाल सकेंगे। उन्होने कहा कि वोट डालने के लिए कोई व्यक्ति कितनी देर तक लाइन में खड़ा रह सकता है। उन्होने कहा कि मैं ईवीएम पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। लेकिन जिस तरीके से निर्वाचन का काम देख रहे लोग काम कर रहे है उन्हे इस पर ध्यान देना चाहिए। इतना समय तो वैलिट पेपर से वोट डालने में भी नहीं लगता था जितना ईवीएम से लग रहा है। ईवीएम में खराबी भी कोई नई बात नहीं है लेकिन इसकी वजह से मतदान तो प्रभावित नहीं होना चाहिए। कुछ बूथों पर घंटो मशीन खराब होने के कारण मतदान रूकता है तो वह गलत है।