देहरादून। संवाददाता। बांबे हाई कोर्ट के जस्टिस ने उत्तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर उत्तराखंड की खूबसूरती का जिक्र करते हुए अपनी चार धाम यात्रा के बारे में बताया है। उन्होंने लिखा है कि उत्तराखंड सरकार चार धाम यात्रा को लेकर खूब प्रचार प्रसार कर रही है। श्रद्धालु भी बड़ी तादाद में वहां चार धाम यात्रा के लिए जाते हैं, बावजूद इसके वहां की यात्रा करने में श्रद्धालुओं को तमाम दिक्कतों से गुजरना पड़ता है। हाई कोर्ट ने जस्टिस के इस पत्र को बतौर याचिका स्वीकार करते हुए सरकार से चार सप्ताह में जवाब पेश करने को कहा है।
बांबे हाई कोर्ट के जस्टिस केआर श्रीराम कुछ दिनों पहले अपने परिवार के साथ चार धाम यात्रा पर उत्तराखंड आए हुए थे। प्रदेश की खूबसूरती तो उनको भा गई लेकिन यात्रा के दौरान सुविधाओं का नितांत अभाव उनको अखर गया। यात्रा के दौरान उन्हें श्रद्धालुओं की पीड़ा समझ में आई। पैदल यात्रा के दौरान खाने, पीने, ठहरने और यहां तक की मेडिकल सुविधाओं का भी नितांत अभाव दिखा। इस संदर्भ में उन्होंने उत्तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को लिखकर अवगत कराया है। वहीं चीफ जस्टिस ने इस पत्र को जनहित याचिका में तब्दील कर प्रदेश सरकार से चार सप्ताह में जवाब पेश करने को कहा है।