“इन रिफॉर्म्स के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे, नए विकल्प मिलेंगे, टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा। इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा। इन सबका सबसे ज्यादा फायदा मेरे देश के किसान को होने वाला है। आज देश का किसान मंडियों में, मंडी से बाहर और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर, हर जगह अपने उत्पाद बेच सकता है। किसानों की आय बढ़ा कर उन्हें समृद्ध करने के लिए हम हर कदम उठा रहे हैं। इसी तरह पीएम-वाणी योजना के तहत देशभर में सार्वजनिक WiFi हॉटस्पॉट्स का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। इससे गाँव-गाँव में कनेक्टिविटी का व्यापक विस्तार होगा। मेरा आपसे आग्रह है कि रूरल और सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के इन प्रयासों में भागीदार बनें।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (दिसंबर 12, 2020) को ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI India)’ की 93वीं वार्षिक आम बैठक को सम्बोधित किया। उन्होंने कृषि कानूनों पर बात करते हुए किसान वर्ग को भी समझाया।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बीते वर्षों में तेजी से काम किए गए हैं। इससे भारत का एग्रीकल्चर सेक्टर पहले से कहीं अधिक वाइब्रेंट हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि 21वीं सदी के भारत के विकास को गाँव और छोटे शहर ही सपोर्ट करने वाले हैं। उद्यमियों को प्रधानमंत्री ने सलाह दी कि उन्हें गाँव और छोटे शहरों में निवेश का मौका बिल्कुल नहीं गँवाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन रिफॉर्म्स के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे, नए विकल्प मिलेंगे, टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा। इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा। इन सबका सबसे ज्यादा फायदा मेरे देश के किसान को होने वाला है। आज देश का किसान मंडियों में, मंडी से बाहर और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर, हर जगह अपने उत्पाद बेच सकता है। किसानों की आय बढ़ा कर उन्हें समृद्ध करने के लिए हम हर कदम उठा रहे हैं। इसी तरह पीएम-वाणी योजना के तहत देशभर में सार्वजनिक WiFi हॉटस्पॉट्स का नेटवर्क तैयार किया जाएगा। इससे गाँव-गाँव में कनेक्टिविटी का व्यापक विस्तार होगा। मेरा आपसे आग्रह है कि रूरल और सेमी रूरल क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के इन प्रयासों में भागीदार बनें।
उन्होंने कहा कि इन सारे प्रयासों का लक्ष्य यही है कि किसानों की आय बढ़े, देश का किसान समृद्ध हो। जब देश का किसान समृद्ध होगा तो देश भी समृद्ध होगा।