दिल्ली। बिहार में चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से लगातार बच्चों की मौत हो रही है। अब तक इस दिमागी बुखार से 100 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं बिहार भाजपा के नेता व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चैबे पर प्रेस वार्ता में ही सोने का आरोप लगा। तो अब उन्होंने इस आरोप पर अपना जवाब देते हुए कहा कि मैं मनन- चिंतन भी करता हूं, सो नहीं रहा था।
दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को एसकेएमसीएच का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था। अस्पताल के दौरे के बाद उन्होंने प्रेस वार्ता की थी, जिसमें मंत्री अश्विनी चैबे सोते हुए नजर आए थे। इस पर जदयू ने ट्वीट किया था, जिसमें लिखा कि 200 बच्चों की जान जाने के बाद के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की प्रेस वार्ता हो रही है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चैबे सो रहे हैं। जाने इनकी मानवीय संवेदना कहां मर गई?
बता दें कि बिहार के एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में रोजाना दिमागी बुखार से पीड़ित बच्चों के आने का सिलसिला जारी है। इस बुखार के कारण सबसे ज्यादा मौतें मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल में ही हुई हैं। इस बुखार पर रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं।