हरियाणा। साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में 23 महीने से सजा काट रहे राम रहीम को अब अपनी खेतीबाड़ी याद आई है। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह की ओर से कृषि कार्य के लिए पैरोल मांगी गई है।
रोहतक के जेल अधीक्षक की ओर से इस संबंध में सिरसा के उपायुक्त से रिपोर्ट मांगी है। पूछा गया है कि क्या कैदी गुरमीत राम रहीम सिंह को पैरोल देना उचित होगा या नहीं? पत्र अनुसार इस बारे में जिला प्रशासन अपनी सिफारिश आयुक्त रोहतक को भेजेगा।
सूत्रों के अनुसार राम रहीम के वकील ने जेल अधीक्षक को पत्र लिख कर पैरोल मांगी है। इसके बाद रोहतक जेल अधीक्षक सुनील सांगवान ने उपायुक्त सिरसा को पत्र लिखा है।
पत्र में पैरोल के बारे में मांगी गई रिपोर्ट में डेरा प्रमुख पर सीबीआई कोर्ट द्वारा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में भी दोषी करार दिए जाने के अलावा दो अन्य मामले लंबित होने का भी उल्लेख किया गया है। अब जिला प्रशासन को डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की पैरोल को लेकर अपनी अनुशंसा सौंपनी है।
दो मामलों में सजा काट रहा है डेरा प्रमुख
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट द्वारा 25 जुलाई 2017 को दो साध्वियों के साथ दुष्कर्म का दोषी करार दिया गया था। सीबीआई कोर्ट ने 28 अगस्त 2017 को दोनों मामलों में 10-10 साल की कैद और 15-15 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। इसके अतिरिक्त एक सांध्य दैनिक के संपादक रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में भी सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत सिंह को दोषी करार दिया था।
राम रहीम को पैरोल देने के संबंध में रोहतक जेल के अधीक्षक ने पत्र भेजा है। जेल मैनुअल के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। – अशोक गर्ग उपायुक्त, सिरसा