शिमला। बसों में ओवरलोडिंग को रोकने के लिए परिवहन निगम ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 500 नए रूट तय कर लिए हैं। इनके अलावा शहर से सटे क्षेत्रों के लिए 124 मैक्सी कैब रूट तय किए गए हैं, जिन पर 13 सीटर मैक्सी कैब (छोटी बसें) चलाई जाएंगी।
निगम ने निर्देश जारी किए हैं कि जो चालक और परिचालक दफ्तरों में बैठे हैं, वे इन रूटों पर बसें चलाएंगे। दिव्यांग और महिला कर्मचारियों को इसमें छूट दी गई है। परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने नए रूटों को तय करने की पुष्टि की है। प्रदेश सरकार ने 28 आरएम को रूट तय करने का जिम्मा सौंपा था। नए रूटों की सूची सरकार, पथ परिवहन निगम और विभाग को सौंप दी गई है।
सरकार ने बसों में 25 फीसदी ओवरलोडिंग मान्य की है। इसके अलावा जिन रूटों पर अधिक ओवरलोडिंग है, उन रूटों पर अतिरिक्त बसें चलाई जानी प्रस्तावित हैं। आरएम को इसका आंकलन टिकटों के अलावा मौके पर जाकर करना होगा।
60:40 के अनुपात में मिलते हैं बस परमिट
बसों में ओवरलोडिंग अमूमन ग्रामीण रूटों पर हो रही और इन्हीं रूटों पर अधिकतर हादसे हो रहे हैं। अभी 60:40 के अनुपात से बस परमिट दिए जाते हैं। यानी 60 के अनुपात में बसों को ग्रामीण क्षेत्र तय करना होता है और 40 शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरती हैं।