उत्तराखंड में यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए निदेशालय स्तर पर एक और योजना बनाई गई है। अब प्रदेश में चार जगहों पर स्थाई ट्रैफिक ऑफिस बनाए जाएंगे। इसके साथ ही पहले से प्रस्तावित 312 पदों पर भर्तियां भी जल्द होने जा रही है। इसके बाद से यातायात पुलिस एक अलग विंग के तौर पर स्थापित की जाएगी। अभी तक केवल देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में ही स्थाई ट्रैफिक ऑफिस हैं। यहां पर अधिकारियों के बैठने से लेकर अन्य तैयारियों के लिए पर्याप्त जगह और कंट्रोल रूम आदि स्थापित किए गए हैं। लेकिन, बाकी स्थानों पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि, प्रदेश के कई ऐसे इलाके हैं जहां पर इन शहरों की तरह बेहद भीड़ होने लगी है। अब यातायात निदेशालय ऋषिकेश के तपोवन, उत्तरकाशी, कोटद्वार और हल्द्वानी के काठगोदाम में स्थाई ट्रैफिक ऑफिस बनाए जाएंगे। अब तक यहां पर अस्थाई ऑफिस बने हुए थे। जो बेहद कम जगहों में थे।इसके साथ ही निदेशालय की ओर से 312 पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी शुरू करने वाला है। इसमें 206 कांस्टेबल, 90 दारोगा और आठ तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। इस भर्ती के बाद ट्रैफिक पुलिस की अलग से विंग तैयार होगी अभी तक रेगुलर पुलिस से ट्रैफिक का काम लिया जाता है।
डीआईजी केवल खुराना ने बताया कि ट्रैफिक ऑफिस खोलने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही चार जगहों पर स्थाई ट्रैफिक ऑफिस बनाए जाएंगे। इससे ट्रैफिक कंट्रोल करना पहले से अधिक आसान हो जाएगा