देहरादून। संवाददाता। नानकमत्ता साहिब में नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। एक महिला ने कथित तौर पर गुरुद्वारा प्रबधंक कमेटी के प्रधान, डेराकार सेवा प्रमुख समेत पांच लोगों पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है। इसके बाद पुलिस द्वारा रिसीव की गई तहरीर को पब्लिक में पर्चे बनाकर वितरित किया गया। जिससे डेराकार प्रमुख समर्थक भड़क उठे। वे थाने पहुंचकर चिता बनाकर लेट गए। उनका कहना था कि पुलिस बाबा की छवि को धूमिल करने का षडयंत्र रच रही है।
सितारगंज के एक फार्म में रहने वाली महिला ने नानकमत्ता थाने में दी तहरीर में आरोप लगाया है कि गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में उसे रहने के लिए कमरा दिया गया है। उसके पति गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब कमेटी के पूर्व मैनेजर हैं। वह पति के साथ रहती है। आरोप है कि 22 नवंबर को गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों व डेराकार सेवा के सेवादारों ने उसके साथ बदसलूकी की। उसके पति ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने महिला की तहरीर रिसीव कर दी।
जिसके बाद डेरा कारसेवा समर्थक भड़क गए। उन्होंने पुलिस पर बिना जांच पड़ताल के तहरीर रिसीव कर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया। विरोध स्वरूप बाबा ने दर्जनों सेवादारों के साथ थाने में ही आत्मदाह करने के लिए चिता लगा दी। जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए।
बाबा के समर्थकों ने आरोप लगाया कि तराई सिख महासभा के कुछ लोगों के इशारे पर गुरुद्वारा प्रबधंक कमेटी के पूर्व मैनेजर प्रगट सिंह की पत्नी से फर्जी शिकायत करायी गई है। जिसमें गुरुद्वारा कमेटी के दो पदाधिकारी, डेरा कारसेवा से जुड़े तीन लोगों पर बदलसूकी का आरोप लगाया है। बाबा समर्थकों का आरोप है कि पुलिस से साठगाठ कर तहरीर रिसीव कर ली। डेराकार सेवादारों का कहना है कि रिसीव तहरीर की छायाप्रति कर लोगों में बांटी जा रही है। जो डेरा सेवा को बदनाम करने की साजिश है।
रविवार की शाम सैकड़ों समर्थकों के साथ डेराकार प्रमुख बाबा तरसेम सिंह थाने पहुंचे गए। उन्होंने थाने में ही चिता तैयार कराके आत्मदाह करने की बात कही। उन्होंने कहा झूठी तहरीर पर पुलिस ने मुहर लगाके डेराकार सेवा के खिलाफ षडयंत्र रचा है। इससे उनकी छवि धूमिल हुई है। इसके बाद बाबा के साथ आए सेवादार आत्मदाह करने के लिए चिता पर लेट गए। उन्हें किसी तरह चिता से हटाया गया। मौके पर पहुंचे एएसपी देवेंद्र पिंचा, सीओ बीएल मधवाल, एसडीएम विनोद कुमार ने बाबा और समर्थकों को समझाने का प्रयास किया। कहा कि मामले की जांच की जाएगी। इधर डेराकार सेवादारों, समर्थकों ने तहरीर निरस्त करने की मांग की। चेतावनी दी गई कि झूठी तहरीर को निरस्त करने के साथ ही तहरीर देने वालों पर कार्यवाही की जाए। इस बीच शांति व्यवस्था बनाने के लिए आसपास थाना क्षेत्रों से पर्याप्त पुलिस बुला लिया गया है।