गोपेश्वर (चमोली): विश्व धरोहर फूलों की घाटी इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है। घाटी को खुले अभी नौ दिन ही हुए हैं और इस अवधि में 749 पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके हैं। इनमें दस विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। घाटी में अभी 12 से अधिक प्रजाति के रंग-विरंगे फूल खिले हुए हैं।
समुद्रतल से 12995 फीट की ऊंचाई पर स्थित है फूलों की घाटी
चमोली जिले में समुद्रतल से 12995 फीट की ऊंचाई पर 87.5 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली फूलों की घाटी नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व में आती है। दुर्लभ प्रजाति के पशु-पक्षी, रंग-बिरंगी तितलियां, जड़ी-बूटी व वनस्पतियां, झर-झर झरते झरने, कल-कल बहती पुष्पावती नदी, दूर-दूर तक फैले विशालकाय ग्लेशियर, ऊंचे बर्फीले पहाड़ घाटी का सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए यहां 17 किमी लंबा ट्रैक भी है।
जुलाई से अक्टूबर के मध्य खिलते हैं 500 से अधिक प्रजाति के फूल
घाटी में जुलाई से अक्टूबर के मध्य 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। हर 15 दिन में अलग-अलग प्रजाति के रंग-बिरंगे फूल खिलने से घाटी का रंग भी बदल जाता है। यह ऐसा सम्मोहन है, जिसमें हर कोई कैद होना चाहता है। घाटी एक जून से 31 अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहती है।
वर्षवार फूलों की घाटी पहुंचे पर्यटक
वर्ष—————पर्यटक
2022————749 (अब तक)
2021———9404
2020———-932
2019———-17424
2018———-14742
2017———-13752
2016———-6503
2015———-181
2014———-484
(नोट: कोरोना संक्रमण के चलते वर्ष 2020 में पर्यटकों को एक अगस्त और 2021 में एक जुलाई से घाटी में प्रवेश की अनुमति दी गई थी।)