विश्व प्रसिद्ध धरोहर फूलों की घाटी पर्यटकों से गुलजार, 2215 पर्यटकों ने किया अब तक फूलों की घाटी का दीदार।

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विश्व प्रसिद्ध  धरोहर फूलों की घाटी पर्यटकों से गुलजार, 2215 पर्यटकों ने किया अब तक फूलों की घाटी का दीदार।
विश्व धरोहर फूलों की घाटी इन दिनों देशी विदेशी पर्यटकों से गुलजार है ,वैश्विक महामारी कोरोना के सक्रमण के बाद भी हर दिन सैकड़ो पर्यटक घाटी का दीदार कर रहे है घाटी इन दिनों 300 से अधिक प्रजाति कें फूलो:से गुलजार है ,इन दिनों फूलों की घाटी परीलोक जैसा गुलजार है इसलिए घाटी को नंदकानन भी कहते है अब तक 2215 देशी विदेशी पपर्यटक घाटी का दीदार कर प्रकृति की इस बेपनाह सौंदर्य से अभिभूत हो चुके है, जो भी इस घाटी का दीदार कर रहा फूलों की इस रंगीली दुनिया मे खो जा रहा है ,जबकि पिछले साल 952 पर्यटक ही घाटी का दीदार किया था, इस साल अभी तक पार्क प्रसाशन को 3 ,27,075 रुपये की आय हो चुकी है,

ये बेहद खूबसूरत नजारा विश्व धरोहर फूलों की घाटी का है, जहाँ पर खिले रंग बिरंगे मन्त्रमुग्ध कर रहे है ,कल कल बहती पुष्पावती नदी झर झर झरते झरने औऱ खिले फूल यहाँ आने वाले पर्यटकों को मन्त्रमुग्ध कर देती है, जो यहाँ आता यहाँ की हसीन वादियों में खो जाता है दुनिया की इकलौती जगह है जहाँ प्राकृतिक रूप से 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते है ,और यहाँ पर दुर्लभतम प्रजाति के वन्यजीव जंतु पशु पक्षी औऱ जड़ीबूटी का दुर्लभतम संसार है, यहां की जैव विविधता पर्यटकों प्रकृतिप्रेमियों और वनस्पतिशास्त्रीयो को बरबस  अपनी और आकर्षित करती रहती है, 87 .5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैले इस घाटी को देखने हर साल हजारों देशी विदेशी पर्यटक आते है,

2005 में फूलों की घाटी को विश्व प्राकृतिक धरोहर घोषित किया गया,और यहाँ पर दुनिया के विभिन्न देशों में खिलने वाले फूल प्राकृतिक रूप से खिलते है

विश्व धरोहर फूलों की घाटी पहले विश्व धरोहर नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के अंतर्गत था ,फिर इसकी 87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल को अलग कर फूलों की घाटी को यूनिस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया ,यह ऐसा धरोहर है जहां 500 से अधिक प्रजाति के फूल प्राकृतिक रूप से खिलते है ,इसके अलावा यहां दुर्लभतम प्रजाति के वन्य जीव जंतु, जड़ी बूटी फूल पाई जाती है, यहाँ पर जैव विविधता का खजाना है

वन क्षेत्राधिकारी फ़ूलो की घाटी बृजमोहन भारती का कहना है फुलो की घाटी में अभी 300 से अधिक प्रजाति के फूलों से गुलजार है, अगस्त माह में पूरी घाटी अपनी यौवन पर होती है और अबतक 2215 देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार कर चुके है और 3,27,075 रुपये की आय हो चुकी है खराब मौसम और हाईवे बन्द होने के बाबजूद यहां पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है,इस साल कोरोना काल के बाबजूद भारी मात्रा में पर्यटको का आने का सिलसिला जारी है

-बृजमोहन भारती वन क्षेत्राधिकारी फुलो की घाटी

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