देहरादून। संवाददाता। चमोली के नीति क्षेत्र में कुदरत उस वक्त कहर बन गई जब नीती घाटी में बादल फटने से भारी नुकसान हो गया। करीब एक दर्जन गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है, जबकी तमक गांव से आठ परिवारों को पंचायत भवन में शरण दी गई है।
तमक नाले में आए उफान से दो दुकानें मलबा घुसने से क्षतिग्रस्त हो गईं। चीन सीमा तक जाने वाली सड़क भी मलबे के कारण बंद हो गई थी, जिसे सीमा सड़क संगठन के जवानों ने सोमवार को दुरुस्त कर दिया। दूसरी ओर पिथौरागढ़ जिले के मालपा में बारिश के कारण लापता लोगों के खोजबीन का कार्य भी बाधित रहा।
घटना स्थल जोशीमठ से 42 किलोमीटर दूर है। दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण प्रशासन को नीती घाटी में बादल फटने की जानकारी देर से मिल पाई। सोमवार को जोशीमठ के तहसीलदार चंद्रशेखर भट्ट के नेतृत्व में राजस्व विभाग की एक टीम मौके पर भेजी गई। एसडीएम योगेंद्र सिंह ने बताया कि टीम क्षति का आकलन करेगी। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।