राज्य सरकार ने विदेशों से वैक्सीन का आयात किया जाने का फैसला किया है, और इसके लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। सरकार की ओर से जानकारी दी गयी कि जितनी वैक्सीन अभी मिली है, वे अपेक्षाकृत कम है। इस महीने हमें 8 लाख और अगले महीने 9 लाख वैक्सीन मिल पायेगी, उसमें भी यह शर्त है कि जिन्हें वैक्सीन का फस्र्ट डोज लग चुका है, उन्हें सेकंड डोज दिया जाय,ऐसे में सरकार को विदेशों से वैक्सीन मंगानी पड़ रही है।सरकार की ओर से मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि देश की प्रमुख कंपनियों से भी हमारी बातचीत चल रही है कि वे केंद्र सरकार के अतिरिक्त हमें भी वैक्सीन दे। कुछ वैक्सीन हमें मिल भी चुकी है और कुछ मिलनी बाकी है। हम अगले दो महीने में रूस की वैक्सीन के 20 लाख डोज का आयात करेंगे। इसके लिए समिति गठित हो गई है और धनराशि की भी व्यवस्था हो गई है।
मुख्य सचिव ने बताया कि हमारे पास 80 मीट्रिक टन आक्सीजन पहुंची है और हमें रोज 60 टन आक्सीजन चाहिए। अभी हमें 20-20 मीट्रिक टन के दो कंटेनर अलाॅट हुए हैं। हमने केंद्र सरकार से कंटेनर उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है और हमें विश्वास है कि शुक्रवार तक हमें 6 कंटेनर और मिल जाएंगे। अभी हमें दो कंटेनर मिले है।
आइवरमेक्टिन दवाई सभी प्रदेशवासियों को मुफ्त हर परिवार को दी जायेगी टेक्निकल कमेटी के एक्सपर्टस की सलाह पर कोविड की गंभीरता को कम करने के लिए पूरे प्रदेश में आइवरमेक्टिन दवाई बांटी जाएगी।इसकी प्रोसेस शुरू कर दी गई है। इसमें एडल्ट्स को तीन दिन दी जाएगी। इसका बहुत कम साइड इफेक्ट हैं। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नहीं दी जाएगी