उत्तराखंड के समस्त अटल उत्कृष्ट स्कूलों में अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यमों से पढ़ाई होगी। यह कहना है शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का। उन्होंने यह बात इन स्कूलों के प्रिंसिपलों के तीन दिवसीय ऑनलाइन क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए कही। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभिभावकों एवं बच्चों में सरकारी स्कूलों के प्रति विश्वास जगाने और शिक्षा के उच्च स्तर को प्राप्त करने के लिए इन स्कूलों को सीबीएसई संबद्ध किया गया है। स्कूलों का संचालन सीबीएसई के मानकों के अनुसार कराने व उसके नियमों एवं कार्यक्रमों से परिचित कराने के लिए यह प्रशिक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी लोग इन स्कूलों को उच्च स्तरीय बनाने का प्रयास करें। शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडे ने कहा कि प्रिंसिपल स्कूल के विकास की अहम कड़ी हैं। मुखिया के रूप में वह स्कूल को जिस रास्ते पर ले जाएंगे, वही स्कूल का भविष्य होगा। उन्होंने भविष्य में डिजिटल प्रशिक्षण कराने पर जोर दिया। निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण सीमा जौनसारी ने कहा कि प्रशिक्षण में प्रिंसिपलों के अधिकार एवं कर्तव्य, प्रबंधन, सीबीएसई के अनुरूप विषय परीक्षा, प्रवेश ऑनलाइन प्रशिक्षण आदि विषयों पर चर्चा की जाएगी।
अपर निदेशक सीमैट शशि चौधरी व अपर राज्य परियोजना निदेशक डा. मुकुल कुमार सती ने बताया कि 162 स्कूलों में वर्चुअल लैब बन चुकी हैं। जबकि शेष स्कूलों में भी इसे प्रस्तावित किया गया है। स्कूलों के लिए प्रिंसिपलों का जल्द चयन किया जाएगा।