देहरादून: दून में अप्रैल से सीएनजी की किल्लत नहीं होगी। भारत गैस प्राधिकरण लिमिटेड (गेल) शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नए सीएनजी पंप संचालित करने जा रहा है। शहर में करीब बीस हजार वाहन, जिनमें परिवहन निगम की बसें, निजी ट्रांसपोर्ट एवं प्राइवेट वाहन सीएनजी से चलते हैं। इसके अलावा अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों के वाहनों को भी सीएनजी की आवश्यकता होती है। वर्तमान में शहर में जो भी सीएनजी स्टेशन हैं, वहां पर्याप्त मात्रा में सीएनजी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ऐसे में कई बार वाहन चालकों को हरिद्वार का रुख करना पड़ता है।
गेल के सीनियर मैनेजर कंचन सिंह बंगारी ने बताया कि शहर में तीन सीएनजी स्टेशन हैं। हरिद्वार प्लांट से टैंकर के जरिये सीएनजी यहां सप्लाई की जा रही है। अप्रैल से नए सीएनजी पंप खुलने से वाहन चालकों को सीएनजी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। इसके अलावा कुआंवाला में सीएनजी प्लांट तैयार किया जा रहा है। हरिद्वार प्लांट से लाइन बिछाने का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। कुछ जगहों पर लाइन बिछाने में दिक्कत आ रही थी, जिसका हल निकाल लिया गया है। इस प्रोजेक्ट को इसी साल पूरा किया जाना है।
देहरादून पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशीष मित्तल का कहना है नए पंपों के संचालित होने से सीएनजी की दिक्कत खत्म होगी। दून के सभी फिलिंग स्टेशनों पर कंपनी को सीएनजी पंप लगाने चाहिए। गेल के मुताबिक, अभी दून शहर में तीन सीएनजी पंप मालसी, रेसकोर्स, सहस्रधारा में संचालित हो रहे हैं। जिनकी क्षमता करीब चार सौ किलो तक है। वर्तमान में हरिद्वार से टैंकर के जरिये सीएनजी यहां लाई जा रही है। वाहन चालकों को 77 रुपये प्रति किलो सीएनजी गैस दी जा रही है।
इन क्षेत्रों में निर्माणाधीन हैं फिलिंग स्टेशन
गेल की ओर से चकराता, रिंग रोड, शिमला बाईपास, जीएमएस रोड, सहारनपुर रोड, ट्रांसपोर्ट नगर, आइएसबीटी में सीएनजी फिलिंग स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। इन पंप को दो माह के भीतर शुरू किया जाना है।
प्रदूषण होगा नियंत्रण
वर्तमान में देहरादून आरटीओ में नौ लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं। इसके अलावा दिल्ली एनसीआर, उत्तरप्रदेश, हरियाणा से सैकड़ों की संख्या में हर दिन वाहन दून आते हैं। सीएनजी न मिलने से वाहन चालक पेट्रोल, डीजल से वाहनों को चलाते हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ता है। सीएनजी सुलभ होने से प्रदूषण पर भी लगाम लगेगी।