देहरादून। प्रदेश में दूसरे राज्यों में फंसे हुए लोगों की वापसी का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में बुधवार शाम को 1200 लोग बंगलुरू से विशेष ट्रेन से हरिद्वार पहुंच गए। अहमदाबार में फंसे हुए लोगों को लेकर विशेष ट्रेन गुरुवार और जयपुर से शुक्रवार को रवाना होगी। अभी तक अन्य राज्यों में फंसे 2.02 लाख लोगों ने उत्तराखंड वापसी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इनमें से 56,672 लोग उत्तराखंड पहुंच चुके हैं। उत्तराखंड से भी दूसरे राज्यों में जाने के लिए 30971 लोगों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 12385 अपने राज्यों को चले भी गए हैं।
सरकार के प्रवक्ता
व कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि जल्द ही अब पुणो से काठगोदाम, दिल्ली से हरिद्वार, चेन्नई से हरिद्वार व उत्तर प्रदेश से हरिद्वार के लिए ट्रेन चलाने के लिए केंद्र से अनुरोध किया गया है। उत्तर प्रदेश में कानपुर और इलाहबाद से ट्रेन चलाने की मांग की गई है। एक ट्रेन को मेरठ होते हुए वापस लाने को कहा गया है। प्रदेश सरकार रेलवे को पहले ही यात्री किराये के रूप में एक करोड़ रुपये दे चुकी है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए हरिद्वार और काठगोदाम में इनके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। यहां इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद ही उन्हें होम अथवा संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से 3100 यात्रियों को वापस आने के लिए पास जारी कर दिए गए हैं। जो यात्री अपने वाहनों से आना चाहते हैं उन्हें ई-पास निर्गत किए जा रहे हैं। अब तक 56,672 लोग उत्तराखंड पहुंच चुके हैं, वहीं 12385 लोग यहां से अपने राज्यों को गए, 30971 ने कराया है पंजीकरण
प्रदेश के भीतर 56878 गए अपने जिलों में
प्रदेश के भीतर 56878 यात्री दूसरे जिलों से अपने गृह जिलों में आए हैं। इनमें सबसे अधिक 7149 चमोली, 5238 रुद्रप्रयाग और 3102 टिहरी में आए हैं। वहीं, देहरादून से 6415, पौड़ी से 5487 और हरिद्वार से 5480 अपने गृह जिलों में गए हैं।
इन राज्यों से उत्तराखंड आए यात्री
हरियाणा—————-14077
उत्तर प्रदेश————12278
दिल्ली——————-10060
चंडीगढ़——————7189
पंजाब——————–3446
राजस्थान—————-3257
गुजरात——————2637
कर्नाटक—————–1512
महाराष्ट्र—————-1363
अन्य प्रदेश————–853
997 प्रवासी नागरिकों को बसों से भेजा गया घर
विभिन्न राज्यों में फंसे 997 लोगों के दून पहुंचने के बाद बुधवार को उन्हें प्रदेश के अन्य जिलों को रवाना किया गया। वहीं, नेपाल, उड़ीसा समेत अन्य राज्यों के उत्तराखंड में फंसे 319 लोगों को उनके गृह जनपदों के लिए रवाना किया गया।
प्रवासी नागरिकों को सुरक्षित उनके घरों के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद्र आर्य ने बताया कि मोहाली, गुजरात, पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान से आए उत्तराखंड के 997 प्रवासियों की रायपुर स्टेडियम में पहले थर्मल स्क्रीनिंग की गई। स्वस्थ पाए जाने के बाद शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए उन्हें बसों से गृह जनपदों के लिए रवाना किया गया। इसमें उत्तरकाशी के 109, टिहरी के 221, पौड़ी के 159, चमोली के 105, रुद्रप्रयाग के 59, हरिद्वार के तीन, अल्मोड़ा के 128, बागेश्वर के 51, नैनीताल के 53, उधमसिंह नगर के नौ, पिथौरागढ़ के 66 व चम्पावत के 16 प्रवासी नागरिक शामिल हैं। इसके अलावा विकासनगर, डोईवाला, ऋषिकेश, मसूरी, मालदेवता रायपुर से अन्य राज्यों के 319 प्रवासियों को रवाना किया गया। इसमें नेपाल के तीन, उड़ीसा का एक, बिहार के 12, मध्य प्रदेश के 12, लेह-लदाख के 97, उत्तर प्रदेश के 194 लोग शामिल हैं।
राज्य सरकार ने किया किराए का भुगतान
महानिदेशक सूचना डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि विशेष ट्रेन के माध्यम से सूरत से उत्तराखंड लाए गए सभी यात्रियों के किराए का भुगतान राज्य सरकार ने किया। सूचना महानिदेशक ने कहा कि सोशल मीडिया में विशेष ट्रेन के माध्यम से सूरत से लाए जाने वाले यात्रियों के संबंध में भ्रामक सूचना चलाई जा रही थी। कहा जा रहा था कि इन यात्रियों का भुगतान प्रदेश सरकार ने नहीं किया। इस संबंध में उन्होंने रेलवे बोर्ड और उत्तराखंड सरकार के बीच हुए पत्र व्यवहार की प्रतियों के साथ ही रेलवे को किए गए भुगतान का विवरण साझा किया। महानिदेशक डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने सभी समाचार प्लेटफार्मो की सफलता की कामना करते हुए उन्हें उत्तराखंड के सूचना विभाग के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में सकारात्मकता फैलाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है।