अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया जाता है। प्रदेश में भी 21 जून को योग कार्यक्रमों की भरमार रहती है। उत्तराखंड की पहचान योग भूमि के रूप में भी रही है। हरिद्वार व ऋषिकेश में कई योग केंद्र हैं, जहां देश-विदेश से साधक योग सीखने आते हैं। उत्तराखंड में योग के प्रति बढ़ते रुझान को देखते हुए प्रदेश सरकार ने इस क्षेत्र में युवाओं को रोजगार देने की योजना बनाई।
वर्ष 2016 में तत्कालीन सरकार ने 20 हजार योग प्रशिक्षितों को रोजगार देने की घोषणा की। कहा गया कि स्कूलों में योग को पाठ्यक्रम के रूप में शामिल किया जाएगा। योग में डिप्लोमा व डिग्रीधारकों को इन स्कूलों में रोजगार दिया जाएगा। इसके बाद आई सरकार ने भी योग का खूब प्रचार-प्रसार किया, लेकिन घोषणा को पांच साल पूरे हो चुके हैं और योग साधकों को आज तक सरकार की ओर से रोजगार नहीं मिल पाया है।