देहरादून। 18 से 45 साल आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए एक मई से शुरू होने वाले निश्शुल्क कोविड वैक्सीनेशन अभियान के दौरान प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे पांच लाख विद्यार्थियों को भी वैक्सीन लगेगी। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा.धन सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से हुई विभागीय की बैठक में यह जानकारी दी गई। इस बात पर भी सहमति बनी कि अभियान में उच्च शिक्षा विभाग हर तरह से सहयोग को तैयार है। डा.रावत ने निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर उच्च शिक्षण संस्थान वैक्सीनेशन के लिए जगह उपलब्ध कराएंगे। साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के स्वयंसेवी, नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) कैडेट और रोवर्स-रेंजर्स जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करेंगे।
राज्यमंत्री डा रावत ने बैठक में कहा कि सरकार ने निश्शुल्क कोविड वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि वैक्सीनेशन सेंटरों पर कोविड के नियमों का पालन करते हुए इसे मुकाम तक पहुंचाया जा सके। इसी के दृष्टिगत राजकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों, राजकीय महाविद्यालयों और निजी शिक्षण संस्थानों में वैक्सीनेशन सेंटर बनाने, एनसीसी, एनएसएस के स्वयंसेवियों की सेवाएं लेने की अनुमति जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जिन एनसीसी व एनएसएस के स्वयंसेवियों का वैक्सीनेशन में सहयोग लेगा, उन्हें सबसे पहले वैक्सीन लगाई जाएगी। फिर नियमानुसार उनके अभिभावकों की सहमति की दशा में सहयोग लिया जाएगा। इसके अलावा एनसीसी निदेशालय और एनएसएस के नियमों के अंतर्गत छात्र-छात्राओं की सेवाएं ली जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्ष से कोविड के कारण उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों की पढा़ई में व्यवधान हुआ है। इसे देखते हुए इस वर्ष राज्य के सभी 106 राजकीय महाविद्यालयों और सभी विश्वविद्यालयों को फोर-जी नेटवर्क से जोड़ दिया गया है, ताकि छात्र-छात्राएं आनलाईन पढ़ाई कर सके। विभागीय मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी प्राचार्य छात्र-छात्राओं को वैक्सीनेशन के लिये प्रेरित करें।