उत्तराखंडः दून में मौसम बदलेगा करवट, बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी

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देहरादून। मौसम विभाग ने आज (सोमवार) प्रदेशभर में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। वहीं मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार आज राजधानी देहरादून में मौसम ने करवट बदल ली है। यहां सुबह से बादल छाए हैं और कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

रविवार को प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहा। मैदानी इलाकों में कुछ क्षेत्रों में सुबह घना कोहरा छाया रहा। राजधानी में सुबह आंशिक बादलों के बीच सूरज निकला। हालांकि दोपहर तक धूप खिल गई। दिन का अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सोमवार को देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी और नैनीताल में बारिश के साथ ही ओलावृष्टि हो सकती है। जबकि 3000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले विशेषकर उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में बर्फबारी हो सकती है।

पहाड़ों में हुई बर्फबारी से परिवहन निगम को झटका
पहाड़ों में हुई बर्फबारी से जहां आम जनजीवन पर खासा असर पड़ा, वहीं परिवहन निगम को भी करारा झटका लगा है। बर्फबारी के चलते बसों का संचालन न होने से परिवहन निगम की आय में भारी कमी हुई है।

महाप्रबंधक दीपक जैन का कहना है कि बर्फबारी से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन इलाकों में मौसम साफ है और बसों का संचालन किया जा सकता है तो बसों के संचालन कराया जाए।

परिवहन निगम के पर्वतीय डिपो व आईएसबीटी से पर्वतीय इलाकों के लिए बसों का संचालन किया जाता है लेकिन पिछले दिनों मसूरी समेत राज्य के ज्यादातर पर्वतीय इलाकों में हुई बारिश व भारी बर्फबारी के चलते बसों का संचालन नहीं हो पाया। जिसकी वजह से न सिर्फ आमजन को आवाजाही में दिक्कत हुई व परिवहन निगम की आय को भी करारा झटका लगा है।

नुकसान का आकलन कराया जा रहा
हालांकि ज्यादातर रूटों पर बसों के संचालन बहाल कर दिए गए हैं लेकिन अभी भी कई ऐसे मार्ग में जहां बसों का संचालन सुचारु नहीं हो पाया है।

महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि बर्फबारी से हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। डिपो वाइज इस बात की जानकारियां जुटाई जा रही है कितने बसों का संचालन नहीं हुआ? और आय को कितना नुकसान हुआ है?

पिछले दिनों मसूरी में हुई बर्फबारी के दौरान पर्वतीय डिपो से बसों के संचालन पर रोक लगा दी गई थी जिसके चलते यात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। अब बसों कां संचालन जारी है।

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