देहरादून। प्रदेश के कई इलाकों में आज (शुक्रवार) बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। चार पहाड़ी जिलों समेत अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश होने के साथ ही बर्फ भी गिर सकती है। जबकि निचले और मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की उम्मीद है।
चारधाम समेत सभी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते भीषण ठंड पड़ रही है। कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान शून्य के आसपास बना हुआ है। वहीं पहाड़ के कम ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी और ठंड के कारण लोगों की दुश्वारियां बनी हुई है।
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों में बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी की संभावना है।
अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में भी बारिश होने का अनुमान है। जबकि हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर समेत अन्य मैदानी और निचले इलाकों में घना कोहरा छाया रह सकता है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों में भीषण ठंड पड़ रही है। ज्यादातर क्षेत्रों में कोल्ड-डे कंडीशन बनी हुई है। कई इलाके शीतलहर की चपेट में हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार और शनिवार को ज्यादातर स्थानों पर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
रिलकोट में बर्फबारी में फंसे जवान-पोर्टर सुरक्षित निकाले जाएंगे
मुनस्यारी के रिलकोट में बर्फबारी के बीच फंसे आईटीबीपी के आठ जवानों और सात पोर्टरों को सुरक्षित निकालने की कोशिश शुरू हो गई हैं। आईटीबीपी ने रेलकोट में हैलीपेड तैयार कर लिया है। साथ ही एयरफोर्स अधिकारियों से फंसे जवानों और पोर्टरों को निकालने के लिए पत्र लिखा गया है।
बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आईटीबीपी 14वीं वाहिनी के सेनानायक अशोक कुमार ने बताया कि जवानों को 14 दिसंबर को रिलकोट से बुगड्यार आना था। पांच से छह फुट तक बर्फ गिरने के चलते आठ जवान और सात पोर्टर अभी वहीं फंसे हैं।
यहां से वह मिलम भी नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जवानों के पास राशन की पर्याप्त व्यवस्था है, लेकिन उन्हें सुरक्षित निकाला जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि बुगड्यार में 19 जवान और चार पोर्टर हैं। यहां छह माह के लिए राशन की व्यवस्था है। 16 दिसंबर को सभी जवानों और पोर्टरों को मुनस्यारी आना था।
बुगड्यार में दो फीट बर्फ होने से जवान वहां से आगे नहीं आ पाए। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को फंसे जवानों को निकालने के लिए मुनस्यारी से नौ पोर्टर भेजे गए हैं। यदि मार्ग ठीक होगा तो टीम आगे जाएगी, नहीं तो दो-तीन दिन में टीम को फिर से भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आईटीबीपी का नियमित कार्य है। बुगड्यार में कोई नहीं फंसा है।
बलाती में फंसे ट्रक, कैंटर बंगाली पर्यटकों ने माइनस 3 डिग्री में काटी रात
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि प्रशासन और आईटीबीपी की क्षेत्र में पैनी नजर है। जवानों के लिए राशन की पर्याप्त व्यवस्था है। इस मौके पर आईटीबीपी के उप सेनानी अविनाश कुमार भी मौजूद रहे।
बलाती क्षेत्र में सड़क पर विगत दिनों गिरी बर्फ को पूरी तरह से न हटाने से बृहस्पतिवार सुबह मुनस्यारी आ रहा एक कैंटर वाहन फंस गया, जिसे लोगों ने धक्का देकर बमुश्किल निकाला। बुधवार शाम बर्फ में ट्रक फंसने से 8 बंगाली पर्यटकों समेत तमाम लोग फंसे रहे। बृहस्पतिवार सुबह करीब 9 बजे बलाती बैंड के पास एक कैंटर फंस गया। जिसे लोगों ने धक्का देकर निकाला।
कैंटर सुबह सवा 10 बजे निकल पाया। बलाती बैंड में भी बुधवार शाम करीब 6 बजे एक ट्रक फंस गया था। ट्रक के फंसने से करीब आधा दर्जन वाहन भी वहां फंसे हैं। इन वाहनों को बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे निकाला जा सका। बंगाली पर्यटकों में अंकुर, मनोज, रमेश, गोविंद, राजू, विनोद, अमर सिंह, कुंदन सिंह शामिल थे। बुधवार रात बलाती का न्यूनतम तापमान माइनस 3 डिग्री था।