देहरादून। उत्तराखंड में सवा महीने बाद सोमवार को एक दिन में 215 से कम कोरोना मरीज मिले हैं। बीते 24 घंटे में जहां छह मरीजों की मौत हुई, 205 लोग संक्रमित मिले हैं। अब कुल संक्रमितों की संख्या 89850 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 11650 सैंपल निगेटिव पाए गए। अल्मोड़ा व रुद्रप्रयाग जिले में एक भी संक्रमित नहीं मिला। देहरादून, नैनीताल समेत अन्य जिलों में संक्रमितों का आंकड़ा सौ से कम रहा। देहरादून जिले में 83, नैनीताल में 36, हरिद्वार में 20, ऊधमसिंह नगर में 17, चंपावत में 13, उत्तरकाशी में 12, पौड़ी में आठ, चमोली में सात, बागेश्वर में चार, पिथौरागढ़ में तीन, टिहरी जिले में दो संक्रमित मिले हैं।
प्रदेेश में छह संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसमें जिला अस्पताल पिथौरागढ़ में दो, दून मेडिकल कॉलेज में एक, हिमालयन हॉस्पिटल में एक, श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल में एक, जिला अस्पताल अल्मोड़ा में एक मरीज ने इलाज के दौरान दमतोड़ा है। प्रदेश में 1489 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 305 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया है। इन्हें मिला कर 81688 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 5511 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।
चार जिलों में संक्रमण दर सबसे ज्यादा
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सैंपल जांच बढ़ी है। चार जिलों में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा है। हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर जिले में संक्रमण दर में कमी आई है। वर्तमान में प्रदेश की संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से 57 प्रतिशत अधिक है।
प्रदेश में पिछले 13 दिनों के भीतर 2.7 लाख सैंपल की जांच की गई। इसके आधार पर राज्य की संक्रमण दर 3.51 प्रतिशत है। जिसमें 7279 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। देहरादून, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जिले की संक्रमण दर सबसे अधिक है। संक्रमण दर नैनीताल जिला पहले स्थान पर है। नैनीताल में 6.89 प्रतिशत है। इसी तरह अल्मोड़ा में 5.82 प्रतिशत, देहरादून जिले में 5.82 प्रतिशत, पिथौरागढ़ में 5.31 प्रतिशत है।
कोरोना आंकड़ों का अध्ययन कर रहे सोशल डवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक
अनूप नौटियाल का कहना है कि 13 से 26 दिसंबर तक कोरोना संक्रमितों का अध्ययन करने पर पाया गया कि प्रदेश के चार जिलों में सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण की दर प्रदेश की औसत दर से ज्यादा है। वहीं, प्रदेश की संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से 57 प्रतिशत अधिक है। हालांकि केरल, गोवा, हिमाचल प्रदेश से उत्तराखंड की संक्रमण दर कम है।