- हरिद्वार में 269, ऊधमसिंह नगर में 180, नैनीताल में 110, पिथौरागढ़ में 68, उत्तरकाशी में 51, टिहरी में 46, पौड़ी में 31, रुद्रप्रयाग में 25, चमोली में 14, बागेश्वर में 13, चंपावत में 10 और अल्मोड़ा जिले में आठ लोग कोरोना की चपेट में आए। प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 30 हजार के पार हो गया है, जबकि मरने वालों की संख्या 402 हो गई है।
देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना विस्फोट स्थिति में पहुँच गया हैं। इसके कारण प्रदेश की संक्रमण दर 6.23 प्रतिशत पहुंच गई है। जो अब तक की सर्वाधिक संक्रमण दर है। सैंपल जांच के आधार पर प्रतिदिन संक्रमण का ग्राफ आगे बढ़ रहा है। वहीं, रिकवरी दर 66.03 प्रतिशत और डबलिंग दर 23.07 दिन पर आ गई है।
प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 30 हजार के पार हो गया है, जबकि मरने वालों की संख्या 402 हो गई है। वहीं, शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 1115 संक्रमित मरीज मिले थे। जिसमें देहरादून में सबसे अधिक 290 कोरोना मरीज मिले।
हरिद्वार में 269, ऊधमसिंह नगर में 180, नैनीताल में 110, पिथौरागढ़ में 68, उत्तरकाशी में 51, टिहरी में 46, पौड़ी में 31, रुद्रप्रयाग में 25, चमोली में 14, बागेश्वर में 13, चंपावत में 10 और अल्मोड़ा जिले में आठ लोग कोरोना की चपेट में आए।
संक्रमित मामले बढ़ने के साथ ही सक्रिय मरीज (एक्टिव केस) 9000 से अधिक हो गए हैं। हालांकि सक्रिय मरीजों की तुलना में प्रदेश में बेड की व्यवस्था तीन गुना अधिक ज्यादा है। वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में 481 आईसीयू बेड व वेंटिलेंटर, 1087 ऑक्सीजन युक्त बेड, 2206 आईसोलेशन बेड की व्यवस्था है।
इसके अलावा 413 कोविड केयर सेंटर में 30 हजार बेड बनाए गए हैं। जिलों में लगातार कोविड केयर सेंटरों की संख्या बढ़ाई जा रही है, जिससे कोरोना संक्रमण को लेकर आने वाली हर स्थिति से निपटा जा सके।
सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने बताया कि प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के लिए पर्याप्त बेड की व्यवस्था है।
इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी जिला प्रशासन के माध्यम से आईसीयू बेड आरक्षित किए जा रहे हैं। प्रदेश में दवाईयां, वेंटिलेंटर, ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना और सैनिटाइज के नियमों का पालन कर सतर्क रहें।