उत्तराखंड में एड्स पीड़ितों के लिए खुलेंगे पांच नए एआरटी सेंटर

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देहरादून। उत्तराखंड में एड्स और एचआइवी पीड़ितों के लिए पांच नए एआरटी (एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी) सेंटर खुलने जा रहे हैं। एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर इनका उद्घाटन किया जाना है। ये एआरटी सेंटर श्रीनगर मेडिकल कॉलेज, एम्स ऋषिकेश, राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रुड़की, हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जौलीग्रांट व श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज पटेलनगर में खुल रहे हैं। पूर्व में इनकी संख्या तीन थी जो अब बढ़कर आठ हो जाएगी। यहां एड्स पीड़ितों की जरूरी जांच, काउंसलिंग, उपचार और निश्शुल्क दवा दी जाती है।

एचआइवी संक्रमितों के उपचार के लिए राज्य के तीन चिकित्सालयों दून मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल पिथौरागढ़ में एआरटी सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से 4,314 मरीजों को दवा उपलब्ध कराई जा रही है। ध्यान देने वाली बात ये भी है कि एचआइवी संक्रमण की जानकारी केवल रक्त की जांच से ही संभव है।

यही नहीं जांच से पहले व बाद में प्रशिक्षित परामर्शदाता के माध्यम से मरीज को परामर्श भी दिया जाता है। ऐसे में राज्य में 146 एचआइवी जांच केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जहां निश्शुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध है। राज्य में यौनजनित रोगों की रोकथाम व उपचार के लिए भी 29 सुरक्षा क्लीनिक स्थापित किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल 46,316 और वित्तीय वर्ष 2020-21 (अक्टूबर तक) में कुल 26,644 व्यक्तियों को उपचार दिया गया।

इस साल कुछ कम मिले मरीज

उत्तराखंड में वित्तीय वर्ष 2018-19 में 283510 व्यक्तियों की एचआइवी की जांच की गई, जिनमें 1075 लोग संक्रमित पाए गए। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 3,28420 व्यक्तियों की जांच की गई। इनमें 1040 पॉजिटिव पाए गए। वित्तीय वर्ष 2020-21 (अप्रैल से अक्टूबर) में 129052 व्यक्तियों की जांच की गई, जिनमें 306 संक्रमित पाए गए। वहीं, इस साल करीब ढाई हजार बंदियों की भी जांच की गई है। जिसमें कोई भी संक्रमित नहीं मिला है।

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