देहरादून। लगातार तीन दिन बारिश और बर्फबारी के बाद आज गुरुवार को मौसम खुल गया है। राजधानी दून सहित राज्य के अधिकतर इलाकों में आज सुबह ही धूप खिल आई है। वहीं कई पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी है।
पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी और डीडीहाट में आज सुबह भी बर्फबारी जारी रही। मुनस्यारी मुख्यालय में लगभग सवा फीट बर्फ जम चुकी है। चंपावत और पाटी में भी जमकर बर्फ पड़ी है। वहीं रानीखेत के चैबटिया में बुधवार को साल का पहला हिमपात हुआ है। रुद्रपुर में बादल छाए हैं। जसपुर और पंतनगर में बादल और कोहरा छाया है। यहां शीतलहर चलने से ठडं बढ़ गई है।
भीमताल के जंगलियागांव और कर्कोटक की पहाड़ियों में 25 साल बाद बर्फबारी हुई। चम्पावत और लोहाघाट में हिमपात और मौसम खराब होने से प्रशासन ने टनकपुर-चम्पावत मार्ग में टनकपुर से आगे यातयात पर रोक लगाई है। आज सुबह से चम्पावत की ओर वाहनों को नहीं जाने दिया जा रहा है। वाया हल्द्वानी होकर वाहन जा रहे हैं।
मसूरी में करीब नौ इंच बर्फ
मसूरी में बुधवार को भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लगी है। मसूरी की ज्यादातर सड़कें बंद हैं। लोगों को आवाजाही में खासी दिक्कतें आ रही है।
मसूरी-देहरादून मार्ग पर लंबा जाम लगा। जिला प्रशासन द्वारा जेसीबी की मदद से सड़क से बर्फ को हटाने का काम किया जा रहा है। मसूरी आने-जाने वाले सभी रास्ते बंद होने के कारण दूध-सब्जी आदि की सप्लाई प्रभावित हो रही है।
वहीं मसूरी में बुधवार को करीब नौ इंच बर्फ पड़ गई। पर्यटकों में भारी उत्साह और मौसम के सितम को देखते हुए बुधवार देर रात पुलिस ने मसूरी जाने वाले वाहनों की एंट्री बंद कर दी। मसूरी में दिनभर की बारिश के बाद शाम करीब पांच बजे से बर्फबारी शुरू हुई तो होटलों में ठहरे सैलानी बर्फबारी का लुत्फ उठाने बाहर निकल आए।
वहीं, धनोल्टी में फंसे पर्यटकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस से मदद मांगी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया। उधर, चकराता, त्यूनी और कालसी में चार सड़कें बंद हो गई हैं।
आज भी हो सकती है बारिश
नई टिहरी और आसपास के क्षेत्रों में रात भर जमकर बर्फबारी हुई है। चंबा, धनोल्टी और जौनपुर के सैकड़ों गांव में विद्युत आपूर्ति रात भर से ठप है। श्रीनगर और आसपास के क्षेत्रों में आज तीन दिन बाद बारिश थम गई है। यहां धूप निकलने की उम्मीद है। चमोली जिले में भी मौसम खुला है।
यहां तीन दिन बाद बारिश और बर्फबारी थमी है। रुद्रप्रयाग में निचले इलाकों में बुधवार को रातभर बारिश हुई। ऊपरी क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी होने से कई गावों का संपर्क कट गया है। केदारनाथ में आठ फीट से अधिक नई बर्फ गिर चुकी है।
मौसम विभाग ने देहरादून में आज भी बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। दून और आसपास के कुछ इलाकों में बारिश भी हो सकती है। इसके बाद 10 और 11 जनवरी को शीतलहर का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्रदेश के पर्वतीय और ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी के चलते प्रदेश भर में 40 मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। इनमें लोक निर्माण विभाग के 26 प्रमुख मार्ग भी शामिल हैं।
बर्फ की कैंद में 330 गांव
उत्तराखंड में उत्तरकाशी और चमोली जिले में बर्फ में कैद गांवों की संख्या बढ़कर करीब 330 पहुंच चुकी है। देहरादून जिले के अंतर्गत जौनसार बावर की ऊंची चोटियों पर हुए हिमपात ने 40 वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए।
टिहरी जिले के धनोल्टी, नई टिहरी, चंबा, सुरकंडा, कद्दूखाल आदि क्षेत्रों में अपराह्न बाद जमकर बर्फबारी हुई। रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम में सात फुट तक नई बर्फ जम चुकी है, जबकि पांच फुट बर्फ पहले से मौजूद थी। वहीं रुद्रपुर में ठंड से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। कुमाऊं में कम से कम चार मार्ग बंद हो गए हैं।
मौसम की खराबी के कारण लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी नैनीसैनी एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। सुबह से ही मौसम खराब होने से विमान देहरादून से पिथौरागढ़ नहीं आ सका। यात्रियों को घंटों तक इंतजार करने के बाद लौटना पड़ा।