अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान (एम्स) ऋषिकेश ने उत्तराखंड में बढ़ते कोविड के आर नॉट काउंट को लेकर प्रदेशवासियों को चेताया है। एम्स के मुताबिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाह हो गए हैं। एक कोरोना संक्रमित कोविड नियमों का उल्लंघन कर कई लोगों को संक्रमण बांट रहा है। एम्स ने कहा कि लोगों का रवैया इसी तरह का रहा, तो कोरोना की तीसरी लहर आते देर नहीं लगेगी, जो बड़ी तबाही ला सकती है।
एम्स के निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने प्रदेश में बढ़ते आर नॉट काउंट को लेकर चिंता व्यक्त की है। प्रदेश में इस वक्त आर नॉट काउंट 1.17 है। उन्होंने कहा कि लोग सरकार की कोविड गाइडलाइंस का पालन नहीं कर रहे हैं।
अगर लोगों की गैर जिम्मेदाराना हरकतें जारी रही तो देश कभी भी कोरोना से मुक्त नहीं हो सकता। एम्स निदेशक ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बड़े स्तर पर कोरोनारोधी वैक्सीनेशन अभियान के साथ कोविड गाइडलाइन का पालन करना भी जरूरी है।
क्या है आर नॉट काउंट
आर नॉट काउंट यह दर्शाता है कि एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति कितने व्यक्तियों को कोरोना फैला रहा है। इससे यह भी पता चलता है कि कोरोना संक्रमण समाज में कितनी तेजी से फैल रहा है।
एक से कम होना चाहिए आर काउंट
एम्स ऋषिकेश के अनुसार आर नॉट काउंट बढ़ने के साथ संक्रमण की दर और कोविड की लहर के समय में भी इजाफा होगा। लिहाजा कोरोना के फैलाव को नियंत्रित रखने और महामारी के अंत के लिए आर नॉट काउंट संख्या एक से कम होनी चाहिए। आर नॉट काउंट एक का अर्थ है कि जितने लोग संक्रमित हैं उतने ही लोगों को संक्रमित करेंगे। जबकि आर नॉट काउंट 1.2 का अर्थ है कि 100 संक्रमित लोग अन्य 120 लोगों को संक्रमित करेंगे। जबकि .9 का मतलब है कि 100 व्यक्ति 90 लोगों और .8 का अर्थ है कि 100 लोग 80 लोगों को संक्रमित करेंगे।
आर नॉट आउट संख्या कम करने के प्रमुख कारक
– ऐसे व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि जिनके शरीर में कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो चुकी है। प्रतिरोधक क्षमता कोरोना संक्रमण सही होने या टीकाकरण से विकसित होती है।
– आम नागरिकों की ओर से कोविड संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करने से।
देश के आठ राज्यों में ऑर नॉट काउंट एक से ऊपर
एम्स ने मिशीगन यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन का हवाला देते हुए बताया कि भारत के आठ राज्यों में आर नॉट काउंट एक से ऊपर चला गया है। मिजोरम में आर नॉट काउंट 1.56, मेघालय में 1.27, सिक्किम में 1.26, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में 1.17, मणिपुर में 1.08, केरल में 1.2 और दिल्ली में 1.01 है।
उत्तराखंड में आर नॉट काउंट बढ़ने के कारण
उत्तराखंड में देश दुनिया से श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। कई श्रद्धालु गंगा स्नान, पूजा-अर्चना, ध्यान योग सीखने और पर्यटक छुट्टियां बिताने आते हैं। इनमें से अधिकांश लोग कोरोना नियमों का पालन नहीं करते। राज्य में कोविड कर्फ्यू में छूट के बाद से पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आवागमन की गतिविधियां बढ़ गई हैं। जिससे संक्रमण लगातार फैल रहा है। यही कारण है कि उत्तराखंड का आर नॉट काउंट भी बढ़ गया है।