उत्तराखंड के सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई के लिए दूरदराज से आने वाले विद्यार्थियों, खासतौर पर छात्राओं को प्रारंभिक कक्षाओं की तर्ज पर ट्रांसपोर्ट या एस्कार्ट सब्सिडी देने की तैयारी है। शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर सरकार विचार कर रही है। वर्तमान में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को यह सुविधा दी जा रही है।
दूरदराज से आने वाले छात्र-छात्राओं को ट्रांसपोर्ट या एस्कार्ट सब्सिडी के तौर पर प्रति छात्र 600 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यदि वाहन सुविधा उपलब्ध है तो इस राशि को ट्रांसपोर्ट सब्सिडी के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। अन्यथा बच्चों को लाने-ले जाने के लिए एस्कार्ट देने की व्यवस्था है।
वर्तमान में 2790 बच्चों को यह सुविधा दी जा रही है। अब माध्यमिक शिक्षा में भी इस पर विचार किया जा रहा है। दरअसल नौवीं और 10वीं की कक्षाओं में दूरदराज से आने वाले छात्र-छात्राओं खासतौर पर छात्राओं को दिक्कतें पेश आ रही हैं। छात्राओं को ड्रापआउट के लिए मजबूर न होना पड़े, इसलिए उन्हें भी ट्रांसपोर्ट या एस्कार्ट सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी। अभी तक 1250 आवेदन शिक्षा विभाग को मिल चुके हैं।माध्यमिक स्तर पर भी यह राशि 600 रुपये प्रति छात्र ही रखी जाएगी। विभाग के इस प्रस्ताव पर सरकार विचार कर रही है। माना जा रहा है कि चालू शैक्षिक सत्र में इस प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी मिल सकती है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इस प्रस्ताव पर विचार करने की बात कही है।