उत्तराखंड में मई में एक लाख 19 हजार 461 प्रवासी अपने गांवों की ओर लौटे हैं। 21 अप्रैल से शुरू हुआ प्रवासियों के लौटने का ये सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक एक लाख 30 हजार से अधिक प्रवासी अपने गांवों की ओर लौट चुके हैं। ऐसे में अब प्रदेश सरकार के सामने इन्हें रोजगार देने की चुनौती होगी। पंचायत विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रवासियों का गांवों की ओर रुख करने का सिलसिला अब और तेज हो गया है। 21 अप्रैल से प्रदेश सरकार ने प्रवासियों को स्मार्ट सिटी की वेबसाइट के जरिये ट्रेस करना शुरू किया था। पंचायत विभाग के मुताबिक अभी तक स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर एक जून 2021 तक कुल एक लाख तीस हजार आठ लोग पंजीकरण करा चुके हैं। इसके अलावा करीब 70 से 80 हजार से ऐसे लोग भी हैं, जो पंजीकरण में नहीं आए हैं, लेकिन ग्राम स्तर पर इनकी रिर्पोटिंग हुई है। कई लोग प्रदेश के भीतरी जिलों से भी लौटे हैं।
ग्राम प्रधानों को किया सजग, हो रही है रोज की रिपोर्टिंग
प्रदेश सरकार ने ग्राम प्रधानों को भी सचेत किया है और उनसे रोज रिपोर्ट करने को कहा गया है। जिला पंचायत अधिकारियों के स्तर से यह फीडबैक लिया जा रहा है। गांवों में क्वारंटीन सेंटर आदि की व्यवस्था का सरकार पहले ही आदेश जारी कर चुकी है।
प्रदेश सरकार ने ग्राम प्रधानों को भी सचेत किया है और उनसे रोज रिपोर्ट करने को कहा गया है। जिला पंचायत अधिकारियों के स्तर से यह फीडबैक लिया जा रहा है। गांवों में क्वारंटीन सेंटर आदि की व्यवस्था का सरकार पहले ही आदेश जारी कर चुकी है।
अल्मोड़ा जनपद में लौटे सबसे अधिक प्रवासी
पंचायत विभाग के मुताबिक अभी तक स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर 21 अप्रैल 2021 से एक जून 20021 तक कुल एक लाख तीस हजार आठ लोग पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें सर्वाधिक लौटने वालों की संख्या 36640 अल्मोड़ा जनपद की है। दूसरे नंबर पर पौड़ी जिले में 26633 लोग अपने गांवों की ओर लौटे हैं। जबकि तीसरे नंबर पर नैनीताल जनपद में 12219 और चौथे नंबर पर जनपद देहरादून में 11686 प्रवासी अपने गांवों की ओर लौटे हैं।
21 अप्रैल से 1 जून तक देश के विभिन्न हिस्सों से लौटे प्रवासियों का लेखा-जोखा
जनपद अप्रैल मई जून कुल यात्री
अल्मोड़ा 2680 33466 494 36640
बागेश्वर 275 3229 51 3555
चमोली 230 2942 98 3270
चंपावत 335 3286 36 3657
देहरादन 386 10842 458 11686
हरिद्वार 157 6730 201 7088
नैनीताल 514 11329 376 12219
पौड़ी 1630 24608 395 26633
पिथौरागढ़ 294 3980 78 4352
रुद्रप्रयाग 198 2104 43 2345
टिहरी 833 7618 137 8588
यूएस नगर 334 8141 212 8687
उत्तरकाशी 73 1186 29 1288
कुल यात्री 7939 119461 2608 130008
अल्मोड़ा 2680 33466 494 36640
बागेश्वर 275 3229 51 3555
चमोली 230 2942 98 3270
चंपावत 335 3286 36 3657
देहरादन 386 10842 458 11686
हरिद्वार 157 6730 201 7088
नैनीताल 514 11329 376 12219
पौड़ी 1630 24608 395 26633
पिथौरागढ़ 294 3980 78 4352
रुद्रप्रयाग 198 2104 43 2345
टिहरी 833 7618 137 8588
यूएस नगर 334 8141 212 8687
उत्तरकाशी 73 1186 29 1288
कुल यात्री 7939 119461 2608 130008
हमारा फोकस गांवों की ओर लौट रहे प्रवासियों की सेहत पर ज्यादा है। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर उन्हें जरूरी दवाइयां और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस काम में ग्राम प्रधानों के आलवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और दूसरे सामाजिक संगठनों का सहयोग भी लिया जा रहा है।
– हरिचंद सेमवाल, राज्य नोडल अधिकारी, कोविड