देहरादून। कोरोना वायरस का संक्रमण लगभग काबू में आने से उत्तराखंड कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो गया है। वर्तमान में प्रदेश के 13 जिलों में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है। अब पूरा प्रदेश ‘अनलॉक’ हो गया है। किसी भी स्थान पर अब लोगों की आवाजाही व अन्य गतिविधियों पर प्रतिबंध नहीं है।
प्रदेश में जून-जुलाई से कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ने के कारण सरकार ने संक्रमण का सामुदायिक फैलाव रोकने के लिए कंटेनमेंट जोन बनाने शुरू कर दिए थे। जिलाधिकारी को संक्रमित मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री और संपर्क में आने वाले लोगों के आधार पर कंटेनमेंट जोन बनाने का अधिकार दिया गया था।
13 सितंबर को प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या लगभग 500 तक पहुंच गई थी। कंटेनमेंट जोन में आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर बाकी सभी तरह की गतिविधियों और लोगों की आवाजाही पर रोक थी। संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने के साथ ही कंटेनमेंट जोन की संख्या भी घटती गई। वर्तमान में प्रदेश के किसी भी जिले में कंटेनमेंट जोन नहीं है।
कंटेनमेंट जोन घोषित करने की व्यवस्था अभी भी
राज्य कोविड कंट्रोल रूम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ.अभिषेक त्रिपाठी का कहना है कि प्रदेश में सभी जिले कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो गए हैं। अब कोई भी क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में नहीं है। संक्रमण की रोकथाम के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित करने की व्यवस्था अभी भी है। अगर जिला प्रशासन को लगता है कि किसी क्षेत्र में कोरोना संक्रमित मामले बढ़ रहे हैं तो उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा सकता है।
प्रदेश में कब कितने कंटेनमेंट जोन
दिन कंटेनमेंट जोन
23 जून 104
13 सिंतबर 496
27 सितंबर 481
02 अक्तूबर 374
30 नवंबर 09
31 दिसंबर 19
26 जनवरी 01
27 जनवरी 00