क्वारंटाइन सेंटरों में अच्छी व्यवस्थाएं, फिर भी नखरे कर रहे लोग – सीनियर जज सिविल डिवीजन नेहा कुशवाहा

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देहरादून : हाई कोर्ट के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव/सीनियर जज सिविल डिवीजन नेहा कुशवाहा ने 16 क्वारंटाइन सेंटरों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्था पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटरों में रहने और खाने की व्यवस्था ठीक है, कुछ लोग बेवजह शिकायतें कर रहे हैं।

नेहा कुशवाहा ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटरों में सभी सुविधाएं हैं। सेंटरों में रहने वाले लोगों को साफ सफाई खुद रखनी होगी। भोजन का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। खाने में शाही पनीर, दाल मखनी, रोटी, चावल, दाल आदि दिया जा रहा है। साथ ही सरकार द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष की आयुर्वेदिक दवा दी जा रही है। क्वारंटाइन सेंटरों में बिजली, पानी, पेयजल, नियमित सैनिटाइजेशन, साफ और पर्याप्त संख्या में शौचालय, स्नानगृह, शिकायत पंजिका और शिकायत के लिए उच्चाधिकारियों के नंबर, साफ-सुथरे बिस्तर, नियमित चिकित्सकीय परीक्षण, 24 घंटे केयरटेकर, मास्क सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

सचिव ने जिन सेंटरों में संक्रमित केस हैं, वहां सुरक्षा की दृष्टि से 50 से अधिक प्रवासियों से वीडियो कॉल के माध्यम से जानकारी ली। साथ ही शौचालय, स्नानगृह, साफ -सफाई का जायजा भी लिया। किसी भी प्रवासी की कोई शिकायत नहीं मिली।

सचिव ने आज टीआरएच डाकपत्थर, एनएसटीआइ ग्रीन पार्क निरंजनपुर, ग्राफिक एरा हिल्स यूनिवर्सिटी क्लेमेनटाउन, फाइनेंस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट सुद्धोवाला, कोस्मोई गेस्ट हाउस स्टेंजा लीविंग कंडोली, अरावली ओक्सफोर्ड कैप्स कंडोली, ए वन स्कॉलर होम ओक्सफोर्ड कैप्स कंडोली, जेएमडी ओक्सफोर्ड कैप्स बिधोली, आशीर्वाद होम ओक्सफोर्ड कैप्स बिधोली, अग्रसेन ओक्सफोर्ड कैप्स बिधोली, सीमा डेंटल कॉलेज ऋषिकेश, सोना होस्टल कंडोली, सोना होस्टल कंडोली, एवलोन रॉयल, पर्ल होस्टल कंडोली, ब्लेसिंग होम, अंकुर पैलेस, आशियाना ग्रांट, अरिहंत होम, एसजीआरआर पब्लिक स्कूल बोम्बे बाग क्वारंटाइन सेंटरों का औचक निरीक्षण किया।

शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे लोग

सीनियर जज नेहा कुशवाहा ने बताया कि प्रशासन की ओर से दी जा रही सुविधाओं में कोई कमी नहीं है, लेकिन लोग खुद ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। एक सेंटर में जब निरीक्षण किया गया तो वहां कुछ लोग ताश खेल रहे थे। उन्हें चेतावनी देकर शारीरिक दूरी बनाने के लिए कहा गया।

क्वारंटाइन सेंटरों में डिस्पोजेबल चादरें

संस्थागत क्वारंटाइन सेंटरों में जिला प्रशासन डिस्पोजेबल चादरें बिछा रहा है। इसके लिए पहले चरण में एक हजार चादरें मंगा ली गई हैं। प्रति चादर करीब 52 रुपये का खर्च आ रहा है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटरों को संक्रमण मुक्त रखने के लिए चादरों को बदला जाना या उन्हें सैनिटाइज करना जरूरी होता है। इस प्रक्रिया में संक्रमण अन्य व्यक्ति तक पहुंच सकता है। लिहाजा, अब सभी क्वारंटाइन सेंटरों में डिस्पोजेबल चादर बिछाने का निर्णय लिया गया है।

क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद संबंधित व्यक्ति इन्हें अपने घर भी ले जा सकता है। दूसरी तरफ कपड़े की चादरों के चोरी होने की स्थिति भी पैदा नहीं होगी। क्योंकि कुछ दिन पहले महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में बनाए गए ट्रांजिट कैंप से 900 चादरें चोरी होने की बात भी सामने आई थी। उधर, क्वारंटाइन सेंटरों में जिलाधिकारी के निर्देश पर विभिन्न तरह की पत्रिकाएं भी भेजनी शुरू कर दी गई हैं। शनिवार को 25 केंद्रों में पत्रिकाएं पहुंचाई गई।

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