देहरादून। ग्राम्य विकास विभाग चारधाम यात्रा मार्ग पर महिला स्वयं सहायत समूहों के 200 अस्थायी आउटलेट खोलने जा रहा है। ग्राम्य विकास मंत्री गंणेश जोशी ने विभाग को इसके युद्वस्तर पर तैयारी करने को कहा है।
मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि राज्य में महिला स्वयं सहायता समूह कई गुणवत्तापरक उत्पादी तैयार कर रहे हैं। इन उत्पादों की बिक्री के लिए उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘ यूएसआरएलएम’ चारधाम यात्रा मार्ग पर लगभग 200 अस्थाई आउटलेट खोलने जा रहा है। जोशी ने कहा कि देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी, पौड़ी, रूद्रप्रयाग और चमोली जिलों में यह अस्थाई आउटलेट खोले जा रहे हैं। प्रदेश में मिशन से जुड़ी 50 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों की चार लाख से अधिक महिलाएं विभिन्न उत्पाद तैयार करती हैं। इनमें पहाड़ के परंपरागत लाल चावल, दाल, मसालों से लेकर, जूस, अचार, सोवेनियर, धूप-अगरबत्ती व पूजन सामग्री, ऐपण , काष्ठ सामग्री, हैंडलूम व हैंडक्राफट से संबंधित उत्पाद प्रमुख रूप से शामिल हैं। उच्च गुणवत्ता के इन उत्पादों की डिमांड भी खूब रहती है । विशेषकर पहाड़ों के आॅर्गेनिक खाद्य पदार्थ लोग बहुत पसंद करते हैं। इसलिए सरकार चारधाम मार्गों पर आउटलेट खोल रही है। मंत्री ने बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थायी आउटलेट का पहले एक माह का किराया मिशन की ओर से दिया जाएगा। वहीं, जो महिला स्वयं सहायता समूह यात्रा मार्ग पर अस्थाई आउटलेट खोल रहे हैं, उन्हें मिशन की ओर से कैनाॅपी दी जाएगी। मंत्री गणेश जोशी ने कहा सरकार महिलाओं की आर्थिकी मजबूत करने के लिए लखपति दीदी योजना चला रही है।