देहरादून: प्रदेशभर की स्वास्थ्य इकाईयों में ड्यूटी से गायब चिकित्सक-कर्मचारियों का स्वास्थ्य महानिदेशालय ने ब्यौरा तलब किया है। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा ने निर्देश दिए कि मुख्य चिकित्साधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि सभी अधिकारी, चिकित्सक एवं अन्य स्टाफ अपने कार्यस्थल एवं अस्पताल में समय पर उपस्थित रहें। यदि कोई भी चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ अनधिकृत तौर पर अनुपस्थित है तो उसके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्वाई अमल में लाई जाए। सभी श्रेणी के अनुपस्थित अधिकारियों/कार्मिकों का विवरण अविलम्ब महानिदेशालय को भी प्रस्तुत करें, ताकि शासन को अवगत कराते हुए कार्रवाई की जा सके।
स्वास्थ्य महानिदेशालय सभागार में गुरुवार को आयोजित गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के अधिकारियों की बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन के मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाए। साथ ही लंबित मामलों की सूचना महानिदेशालय को जल्द उपलब्ध कराई जाए। सीएम की घोषणाओं को समय से पूर्ण करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। सभी श्रेणी के कार्मिकों का विवरण,आइपीएचएस मानक के अनुसार वास्तविक स्टाफ पोजिशन एवं रिक्त पदों को भरने की कार्वाई की जानकारी भी उन्होंने ली। यह निर्देश दिए कि पदोन्नति उपरांत कार्मिकों के कार्यभार ग्रहण न करने या प्रमोशन फारगो करने के मामलों की जानकारी भी महानिदेशालय को भेजी जाए और कार्मिकों की समय पर एसीआर लिखनी सुनिश्चित की जाए। वहीं, क्लीनिकिल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट, अस्पतालों में कूड़ा निस्तारण व बायोमेडिकिल वेस्ट निस्तारण की प्रगति की जानकारी भी उन्होंने ली। महानिदेशक ने अधिकारियों को आत्म निर्भर भारत योजना के तहत स्वास्थ्य सेवाओं के विकास एवं विस्तार के प्रस्ताव भी उपलब्ध कराने को कहा है।
बैठक में स्वास्थ्य निदेशक डा. शैलजा भट्ट, निदेशक प्रशासन डा. विनीता शाह, निदेशक गढ़वाल मंडल डा. भारती राणा, प्रभारी निदेशक डा. सुमन आर्य और महानिदेशालय में तैनात समस्त अपर निदेशक, संयुक्त निदेशक एवं विभिन्न योजनाओं के राज्य नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
सख्त हिदायत, अस्पताल में ना रहे दवा की कमी
स्वास्थ्य महानिदेशक ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि अस्पताल में औषधियों की कमी कतई नहीं होनी चाहिए। वहीं, सभी अस्पतालों में एंटी-रेबीज वैक्सीन हर समय उपलब्ध होनी चाहिए। यह भी निर्देश दिए कि चिकित्सा उपकरणों की आवश्यकतानुसार खरीद को समय पर डिमांड भेजना सुनिश्चित करें। वहीं, वित्त निदेशक कविता नबियाल ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए आवश्यकतानुसार बजट की मांग तैयार कर समय से उपलब्ध कराएं। वहीं, चालू वित्तीय वर्ष के लिए जारी बजट का शत-प्रतिशत एवं नियमानुसार पूर्ण उपयोग करने के निर्देश भी उन्होंने दिए हैं।