देहरादून दुनिया के प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक ‘द दून स्कूल’ में अब होनहार बच्चे निशुल्क पढ़ाई कर सकेंगे। इस स्कूल में प्रवेश मिलना आसान नहीं होता, लेकिन अब ये मौका हर किसी के पास है। आर्थिक रूप से कमजोर कुशाग्र एवं असाधारण छात्रों को प्रतिष्ठित द दून स्कूल में पढ़ने का मौका मिलेगा। हालांकि इसके लिए ‘द दून स्कूल’ स्कॉलरशिप परीक्षा पास करनी पड़ेगी।
परीक्षा में करीब 200 छात्रों ने हिस्सा लिया
‘द दून स्कूल’ की ओर से अक्तूबर के पहले सप्ताह में ‘द दून स्कूल’ स्कॉलरशिप परीक्षा का आयोजन किया गया। उत्तर भारत के चार केंद्रों में हुई परीक्षा में करीब 200 छात्रों ने हिस्सा लिया। जो छात्र परीक्षा में पास होंगे वह दिसंबर में होने वाली मुख्य प्रवेश परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा पास करने बाद स्कूल की प्रवेश परीक्षा देनी होगी।
आखिर में स्कूल की कमेटी इंटरव्यू लेगी। जो छात्र तीनों चरणों में खरा उतरेगा, उसे स्कूल में प्रवेश मिलेगा और छात्र की पूरी पढ़ाई का खर्चा स्कूल स्कॉलरशिप पर करवाएगा। हालांकि छात्रवृत्ति कितने प्रतिशत रहेगी यह फैसला कमेटी की ओर से लिया जाता है। स्कूल की जनसंपर्क अधिकारी कीर्तिका जुगरान ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देेश्य मेधावी बच्चों को मौका देना है।
सालाना फीस करीब 10 लाख रुपये
हमारा प्रयास रहेगा कि हम हर साल ‘द दून स्कूल’ स्कॉलरशिप परीक्षा का आयोजन करें। स्कूल में सातवीं से 12वीं कक्षा तक 537 छात्र हैं। हर साल यहां 7वीं में 74 से 80 और आठवीं में 14 से 20 सीटों के लिए लिखित प्रवेश परीक्षा एवं इंटरव्यू होता है। स्कूल की सालाना फीस करीब 10 लाख रुपये है। उन्होंने बताया कि आम तौर पर सैनिकों के बच्चों के लिए रजिस्ट्रेशन फीस (12000 से 36000 रुपये) वो माफ होती है।