देहरादून। देहरादून जिले की 10 सीटों में से एक धर्मपुर उत्तराखंड विधानसभा की 18वें नंबर की अनारक्षित सीट है। यह क्षेत्र साल 2008 के विधानसभा निर्वाचन परिसीमन आदेश के बाद अस्तित्व में आया। आधे-आधे धर्मपुर व रेसकोर्स इलाके वाली इस सीट पर अजबपुर, डिफेंस कालोनी, देहराखास, कारगी, बंजारावाला, टर्नर रोड, क्लेमेनटाउन, चंद्रबनी, पटेलनगर, मेहूंवाला जैसे बड़े इलाके शामिल हैं।
इसलिए है खास
भले ही इस सीट को वजूद में आए एक दशक बीता हो, लेकिन मौजूदा समय में देहरादून जनपद के सर्वाधिक मतदाता इसी सीट पर हैं। 2012 में इस सीट पर पहली मर्तबा हुए चुनाव में कांग्रेस जबकि 2017 में भाजपा ने कब्जा जमाया। यह सीट दिग्गज माने जाने वाले कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल, जबकि भाजपा के विनोद चमोली के पास रही। यहां मतदाता के लिए पार्टी के साथ जातीय समीकरण भी मायने रखते हैं।
राजनीतिक इतिहास
साल 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यह सीट 9,420 वोट के अंतर से जीती और दिनेश अग्रवाल विधायक चुने गए। भाजपा के उम्मीदवार प्रकाश सुमन ध्यानी दूसरे नंबर पर रहे। साल 2017 में दून के तत्कालीन महापौर विनोद चमोली ने यहां भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और दिनेश अग्रवाल को 10,953 मतों से पराजित किया। पोस्टल बैलेट में चमोली को अग्रवाल से तीन गुना मत मिले।
सामाजिक समीकरण
यह सीट मिश्रित आबादी वाली है। हालांकि, पर्वतीय और मुस्लिम मतदाता यहां अहम माने जाते हैं। लगभग 50 प्रतिशत पर्वतीय मतदाताओं वाली इस सीट में टिहरी विस्थापितों की संख्या भी खासी अधिक है। यहां 20 प्रतिशत मुस्लिम और 12 प्रतिशत अनुसूचित जाति के मतदाता हैं। इसके अलावा पंजाबी, वैश्य, गोरखा और जाट मतदाता भी हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जुड़े करीब पांच हजार मतदाता भी यहां हैं।
मत व्यवहार
दिनेश अग्रवाल की जीत के पीछे मुस्लिम वोट बैंक माना जाता था, लेकिन 2017 में इसका बड़ा हिस्सा विनोद चमोली के पाले में खिसक गया। चमोली को पर्वतीय होने का लाभ भी मिला। विकास कार्यों से जुड़े मसलों पर भी यहां मतदाता मुखर रहते हैं।