देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की डोईवाला विधानसभा में करीब तीन लाख फलदार पौधे बांटे गए हैं। इनमें से एक-एक पौधा और उसे लेने वाले व्यक्ति का रिकार्ड मुख्यमंत्री के पास है। ये पौधे हरेला के दिन रोपे गए पौधों की संख्या से अलग हैं। बकौल मुख्यमंत्री, समय बीतेगा तो इन पौधों की सुध ली जाएगी कि उनकी कैसी देखरेख हो रही है। इसके लिए एक तंत्र बनाया जाएगा।
उनका मानना है कि पौधे रोप देना ही पर्याप्त नहीं। इन पौधों की देखरेख होना भी जरूरी है। इसलिए जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पिछले दिनों पौधारोपण अभियान में शामिल वन विभाग, उद्यान विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश जारी होंगे कि वे उनके माध्यम से रोपे गए प्रत्येक पौधे का रिकार्ड बनाएं और उसे निरंतर जांचने का तंत्र तैयार करें। प्रदेश सरकार का फोकस पेड़ लगाने के साथ साथ उन्हें जिंदा रखने पर है।
रिकार्ड संख्या में पौधे रोपने से अधिक जरूरी यह है कि रोपे गए अधिकतर पौधे जिंदा रहें। उनकी सर्वाइवल रेट को बढ़ाना सरकार का अब मुख्य उद्देश्य होगा। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
– त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
हरेला में रोपे गए पौधों का जिलावार ब्योरा
जिला – पौधे
देहरादून – 351,000
चंपावत – 906,030
रुद्रप्रयाग – 350,000
टिहरी – 250,000
हरिद्वार – 231,600
उत्तरकाशी – 209,235
नैनीताल – 200,000
ऊधमसिंह नगर -175,000
बागेश्वर -145,000
पिथौरागढ़ – 100,000
चमोली – 64000
अल्मोड़ा – 50,000
पौड़ी गढ़वाल – 28450
कुल – 30,60,315